हिसार,
सीआईटीयू के आह्वान पर आशा वर्कर्स ने शनिवार को काले बिल्ले लगाकर काम किया और सरकार पर मांगों की अनदेखी करने का आरोेप लगाते हुए रोष जताया। आशा वर्कर्स यूनियन ने राज्य के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर मांग की थी कि आशा वर्कर्स को भी करोना वायरस महामारी के दौरान काम करने के लिए उनके फिक्स वेतन को दुगना किया जाए। यूनियन के अनुसार मुख्यमंत्री जब तमाम स्वास्थ्य कर्मियों के दोगुने वेतन की घोषणा कर रहे थे तब आशाओं का नाम छोड़ दिया था। यूनियन ने कहा कि पत्र भेजने के 4 दिन बाद तक भी हमें स्वास्थ्य विभाग से और मुख्यमंत्री से किसी तरह का कोई जवाब नहीं मिला है। इससे पहले भी हमने मिशन डायरेक्टर को कोरोना महामारी में काम करने के लिए अपने फिक्स वेतन को दोगुना करके देने की मांग की थी लेकिन तब भी विभाग ने केवल करोना महामारी के दौरान काम करने के लिए 1000 अतिरिक्त देने की ही बात स्वीकार की जो नाकाफी है। इसी के चलते अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए हिसार जिले कि तमाम आशाओ ने काले बिल्ले लगाकर काम किया। कार्यक्रम का नेतृत्व मंजू धांसू, सीमा, कृष्णा, अंगूरी, सुमन, अनीता, सुमनलता आदि ने किया।