नई दिल्ली,
भारत के कई राज्यों में तबाही मचाने के बाद भी तूफान और चक्रवाती हवाओं का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ का असर जम्मू-कश्मीर से पूर्वोत्तर राज्यों की ओर से स्थानांतरित होने के कारण असम सहित पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में अगले 24 घंटे तक चक्रवाती हवाओं की आशंका जताई है।
शनिवार शाम को विभाग द्वारा मौसम के पूर्वानुमान की जारी रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी अफगानिस्तान और आस-पास के इलाकों में बने कम दबाव के क्षेत्र का असर मध्य भारत के कुछ राज्यों में बरकरार है।
इस कारण उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से लेकर पूर्वी विदर्भ तक के कुछ इलाकों में चक्रवाती तूफान की आशंका जताई गई है।
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक मौसम की इन परिस्थितियों का असर अन्य उत्तरी राज्यों में भी देखने को मिलेगा। इसकी वजह से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में अगले 24 घंटों में तूफान या तेज हवाओं का पूर्वानुमान जताया गया है।
इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्यों और दक्षिण प्रायद्वीपीय इलाकों में तेज बारिश का पूर्वानुमान है। इस बीच विभाग ने दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के लिए मौसम संबंधी परिस्थितियों को अनुकूल बताते हुए दक्षिणी अंडमान सागर और आस-पास के इलाकों में आगामी 23 मई तक मानसून के सक्रिय होने की संभावना जताई है।
इसके साथ ही नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, केरल और लक्षद्वीप के कुछ इलाकों में तेज बारिश की आशंका को देखते हुए मछुआरों को अगले 48 घंटों तक अदन की खाड़ी और दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर क्षेत्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
इसी महीने बारिश और तूफान के चलते पांच राज्यों में कम से कम 80 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई लोग घायल हुए हैं।