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दिलीप कुमार : 21 साल तक रहे मोहम्मद यूसुफ खान और 77 साल दिलीप कुमार, जानें नाम बदले जानें का किस्सा

जीवन आधार डेस्क
दिलीप कुमार का निधन 98 साल की उम्र में हो गया। उन्होंने जीवन के 77 साल दिलीप कुमार नाम के साथ निकाले, इससे पहले के 21 साल वो मोहम्मद यूसुफ खान थे। मोहम्मद यूसुफ खान से दिलीप कुमार कैसे हो गए—इसकी जानकारी इस लेख में दी गई है।

दरअसल, फिल्मों में आना दिलीप कुमार का संजोग से हुआ। वह अपने एक दोस्त के साथ अगर बॉम्बे टॉकीज में कदम न रखते, तो शायद उस दौर की सुपरस्टार देविका रानी की नजर उनपर कभी न पड़ती। दिलीप कुमार को फिल्मों में लाने का श्रेय अगर किसी को जाता है, तो वह देविका रानी ही थी।

देविका रानी ने 1944 में आई फिल्म ‘ज्वार भाटा’ के जरिए युसूफ खान को दिलीप कुमार के नाम से बॉलीवुड के सामने पेश किया। दिलीप कुमार ने अपने नाम बदलने वाले किस्से को अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘Dilip Kumar : The Substance and the Shadow’ में बहुत ही खुलकर लिखा है।

दिलीप कुमार ने अपने नाम बदलने के किस्से को साझा करते हुए लिखा- देविका ने मुझसे कहा- यूसुफ, मैं तुम्हे एक अभिनेता के तौर पर लॉन्च करने के बारे में सोच रही हूं और मुझे लगता है कि अगर तुम अपना स्क्रीन नेम बदल लो तो यह कोई बेकार आइडिया नहीं है। एक ऐसा नाम जिससे आप जाने जाएंगे और जो आपके दर्शकों के लिए बहुत उपयुक्त होगा। एक ऐसा नाम जो कि स्क्रीन पर दिखने वाली आपकी रोमांटिक छवि के अनुरूप होगा। मुझे लगता है कि दिलीप कुमार एक अच्छा नाम है। यह मेरे दिमाग में तब आया जब मैं आपके लिए उपयुक्त नाम के बारे में सोच रही थी। यह आपको कैसा लगता है?

दिलीप कुमार को यह नाम अच्छा लगा और उन्होंने इससे अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कर डाली। यह तो बात हो गई कि दिलीप कुमार का नाम किसने बदला। अब उस किस्से को साझा करते हैं, जब दिलीप कुमार को एक डर के कारण अपना नाम बदलना पड़ा और यह डर था- पिटाई। जी हां! दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान दिलीप कुमार ने खुलासा किया था कि उन्होंने पिटाई के डर से अपना नाम बदला था।

उन्होंने कहा- मेरे वालिद फिल्मों के सख्त खिलाफ थे। उनके एक बहुत अच्छे दोस्त थे, जिनका नाम था- लाला बंसी शरनाथ। इनके बटे पृथ्वीराज कपूर फिल्मों में एक्टिंग किया करते थे। मेरे पिता जी अक्सर उनसे शिकायत किया करते थे कि ये तुमने क्या कर रखा है। तुम्हारा नौजवान और इतना सेहतमंद लड़का देखो क्या काम करता है।

दिलीप कुमार ने आगे बताया- मैं जब फिल्मों में आया तो मुझे बहुत खौफ हुआ कि जब उन्हें मालूम होगा, तो वह बहुत नाराज होंगे। उस समय सामने तीन रखे गए। युसूफ खान, दिलीप कुमार और बासुदेव। तो मैंने कहा कि युसूफ खान मत रखिए, बाकी जो आपके दिल में आए वो नाम रख दीजिए। इसके दो-तीन महीने बाद जब एक अखबार में मैंने एक इश्तिहार देखा, तब मुझे मालूम हुआ कि मेरा नाम दिलीप कुमार रखा गया है।

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