विचार हिसार

अब खुलने लगे सौगातों के पिटारे, लूट सके तो लूट

आया मौसम चुनाव का झूम के और अब खुलने लगे पिटारे सौगातों के। पहले ये पिटारे पश्चिमी बंगाल में खुलने वाले थे लेकिन वे बड़े मूढ़ और अज्ञानी निकले। इशारे समझ न पाये और खाली हाथ रह गये। अब श्रीगणेश हुआ उत्तर प्रदेश से जहां प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने एक विश्विद्यालय को समर्पित किया और महामना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नब्बे हज़ार नौकरियां बस आने ही वाली हैं युवाओं के लिए। लीजिए, अब और भी जो कुछ चाहिए मांग लीजिए, जो हुकुम मेरे आका कह कर ये नेता आपके सामने हाथ जोड़ कर खड़े मिलेंगे। बोलो, ऐसे नेता कहां मिलेंगे और कैसे मिलेंगे?
अभी समय रहते उत्तर प्रदेश चले जाओ और मनचाहा पाओ। वैसे आप उत्तर प्रदेश न जा पाओ तो उत्तराखंड, पंजाब या गुजरात भी जा सकते हो। वहां भी विधानसभा चुनाव आने वाले हैं और वहां भी नेता लोग सब्जबाग दिखाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे। पंजाब में हमारे हिसार के प्रिय नाती और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त तीन सौ यूनिट बिजली देने की घोषणा यानि सब्जबाग दिखा ही दिया है, जैसे उन्होंने दिल्ली में काफी सब्जबाग पहले दिखाये भी हैं और इसी के बल पर दिल्ली फतह कर रखी है। दिल्ली में कभी महिलाओं के लिए मेट्रो फ्री का वादा किया जाता है तो कभी बिजली का। चुनाव से पहले खुद अरविंद केजरीवाल ने कनेक्शन काट कर दिखाया खम्भे पर चढ़ कर।
हरियाणा में वृद्धावस्था पेंशन चौ देवीलाल ने शुरू क्या की, कि आज तो इसे कोई बंद न कर पाया बल्कि यह चुनावों में मुद्दा बना रहता है कि हम आयेंगे तो वृद्धावस्था पेंशन बढ़ा देंगे। ऐसे ही रक्षाबंधन के अवसर पर बहनें भाइयों को राखी बांधने मुफ्त सब सेवा का लाभ उठा सकती हैं। इस योजना को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुरू किया लेकिन बाद में आई भाजपा सरकार भी इसे बंद करने की हिम्मत न दिखा पाई क्योंकि जो सौगात शुरू हो गयी, उसे रोकने का कलंक कौन मोल ले? राखी के दिन बस स्टेंड के नज़ारे कुछ अलग होते हैं। चाहे हरियाणा रोडवेज घाटे में चल रही हो पर यह मुफ्त बस सेवा बंद नहीं हो सकती।
मुफ्त—मुफ्त का नारा लगातार लगता और बढ़ता जायेगा। कभी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री अखिलेश ने छात्राओं को साइकिल और लैपटाप तक मुफ्त बांटे तो क्या इस मुफ्त ने कोई चमत्कार दिखाया? नहीं। अखिलेश कभी कांग्रेस तो कभी बसपा से गठबंधन कर भी हार गये। अब एक नया नारा लगा रहे हैं कि आधा दर्जन उप मुख्यमंत्री दूंगा मुफ्त में। अब उप-मुख्यमंत्री भी मुफ्त या बोनस में मिला करेंगे मित्रो। अभी उत्तर प्रदेश में दो दो उप-मुख्यमंत्री हैं। यह राजनीति के संतुलन का नया फाॅर्मूला है। हरियाणा में भी यह बहुत कारगर सिद्ध हो रहा है। चौ देवीलाल का प्रपौत्र दुष्यंत चौटाला उप-मुख्यमंत्री पद पर शोभायभान है और दादा ओमप्रकाश चौटाला इसे सहन नहीं कर पा रहे हैं, पर कोई बस नहीं चल रहा। पूरे हरियाणा के दौरों पर हैं।
बात मुफ्त की चल रही है। मुफ्त शब्द में बड़ा आकर्षण है, इसीलिए आजकल शहरों में मुफ्त मुफ्त के बोर्ड या बैनर लगे मिलते हैं-एक के साथ एक फ्री। पता नहीं किसके साथ राजनीति में कौन फ्री मिलने वाला है,,,, पर सौगातों का मौसम आ गया है,,, लूट सके तो लूट,,, दोनों हाथों लूट,,, फिर पाछे पछतायेगा जब चुनाव जायेंगे बीत ,,, भैया ,,,

—कमलेश भारतीय
पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी।
संपर्क नंबर : 9416047075

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