करनाल,
कांग्रेस के जिला संयोजक सुनील बिंझौल मामले में पुलिस ने 5 दिन की मशक्कत के बाद गैंगरेप का आरोप लगाकर केस दर्ज कराने वाली महिला को जींद से गिरफ्तार कर करनाल जेल भेज दिया था। जेल में वह कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने के बाद वह पॉजिटिव हो गई थी। 3 सितंबर को उसे करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के कोविड सेंटर में भर्ती किया था। शनिवार को सुरक्षा में तैनात महिला सिपाहियों के सामने भेष बदलकर भाग गई।
गैंगरेप केस में सौदेबाजी
गांव बिंझौल में कांग्रेस नेता सुनील के घर पर किराए पर रहने वाली महिला ने 29 जुलाई को थाना सेक्टर-13/17 में शिकायत दी थी। महिला ने सनौली थाने में तैनात सिपाही सुरेंद्र दाहिया, दुकानदार सुरेंद्र रोहिल्ला सहित 3 पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। आरोपियों ने उसे नौकरी दिलवाने के बहाने सनौली बुलाया था। वह दुकान में गैंगरेप किया। इस बीच महिला ने आरोपियों से सौदेबाजी शुरू कर दी। इस मामले में सुनील बिंझौल बीच में आ गए। आरोपियों से 38 लाख में समझौता करा दिया। 30 लाख रुपए ले लिए। इस मामले की जानकारी एसपी को हो गई थी। एसपी ने एसआईटी गठित कर मामले की जांच कराई। टीम ने मोबाइल लोकेशन और कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर सुनील को गिरफ्तार कर लिया था।
29 अगस्त को भेजा था जेल
सुनील की गिरफ्तारी के 5 दिन बाद ही आरोपी महिला को एसआईटी ने जींद से गिरफ्तार किया था। उससे 3 लाख रुपए भी बरामद हुए थे। 29 अगस्त को कोर्ट में पेश कर उसे करनाल जेल भेज दिया था। वहां वह कोरोना संक्रमित हो गई। पुलिस ने 3 सितंबर को उसे कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के छठी मंजिल स्थित आइसोलेशन कोविड-19 के वार्ड नंबर 4 में भर्ती करा दिया।
डीएसपी वीरेंद्र सैनी ने बताया कि दो महिला सिपाहियों को सुरक्षा में लगाया था। शनिवार दोपहर साढ़े 3:30 बजे वह बहाने से बाथरूम में गई। कुछ देर बाद वह लोअर-टीशर्ट पहनकर बाहर आ गई। महिला सिपाही उसे पहचान नहीं पाईं और वह उनके सामने ही भाग गईं। इसकी जानकारी होने पर मेडिकल कॉलेज में खलबली मच गई।