मंदिर या कोई भी पूजा घर, ऐसे स्थानों से चप्पल-जूते चोरी होना एक आम बात है। इसको लोग सामान्य घटना मानकर चुपचाप नंगे पैर ही अपने घर चले जाते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक युवक ने अपने चप्पल चोरी होने पर तुरंत एफआईआर दर्ज करवा दी। पुलिस थाने में दर्ज हुआ यह अनोखा केस अब चर्चा का विषय बन चुका है।
दरअसल, कानपुर के दबौली इलाके में रहने वाले कांतिलाल निगम एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी में जॉब करते हैं। वह रविवार को शहर के प्रसिद्ध भैरव बाबा मंदिर में दर्शन करने गए थे। दर्शन करने से पहले उन्होंने पूजा-पाठ सामग्री वाली दुकान के बाहर अपनी चप्पलें उतार दी। जब लौटकर आए तो दुकान के बाहर से उनकी चप्पलें चोरी हो चुकी थी।
श्रद्धालु कांतिलाल ने पहले तो आसपास अपनी चप्पलों को ढूंढा, जब कहीं नहीं मिलीं तो उन्होंने कानपुर पुलिस के ई-पुलिस स्टेशन में अपनी एफआईआर दर्ज करा दी।
फरियादी कांतिलाल ने कहा, ”मैंने दो दिन पहले ही नई चप्पलें खरीदी थी। नीले रंग की दानेदार चप्पलें थी। मैं हर संडे को भैरव बाबा के दर्शन करने आता हूं, क्योंकि संडे को भैरव बाबा के दर्शन का दिन माना जाता है। इससे पहले मेरी चप्पल कभी नहीं गायब हुई। लेकिन आज दुकान के आसपास पुरानी चप्पलें बहुत-सी पड़ी हुई थी। लेकिन नई गायब हो गई। इसे लगता है कि किसी की नई चप्पलों पर ही नजर रहती है, इसीलिए मैंने एफआईआर दर्ज कराई है।
उन्होंने एफआईआर में लिखवाया, ”मैंने कड़ी मेहनत और ईमानदारी के पैसों से चप्पलें खरीदी थी। उनके चोरी होने के बाद नंगे पैर ही मुझे घर जाना पड़ा। उससे मुझे काफी परेशानी हुई। इसलिए कृपया मेरी चप्पल के चोर को पकड़कर वैधानिक कार्रवाई करने की कृपा करें।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि चोरी चाहे किसी चीज की हो, छोटी चीज हो या बड़ी चीज हो, केस दर्ज करवाना सबका हक है। एफआईआर कराने वाले से चप्पलों की खरीदी का बिल मांगा गया है। उसके बाद हम चोर का पता लगाने की कोशिश करेंगे।