धरने के अलावा अपने—अपने क्षेत्र में चलाएगी अभियान
खोलेंगी सरकार की वादाखिलाफी की पोल, निजीकरण के दुष्प्रभावों से करवाएंगी जनता को अवगत
हिसार,
आंगनवाड़ी केन्द्रों को निजी एनजीओ के अधीन करने के विरोध में तथा वर्ष 2018 में किया गया समझौता लागू करवाने की मांग पर आंदोलन कर रही आंगवाड़ी वर्कर व हेल्पर यूनियन ने आंदोलन के 40वें दिन सरकार के खिलाफ नया फैसला लिया है। यूनियन के नेतृत्व में आंगनवाड़ी महिलाओं ने गीतों के माध्यम से सचिवालय में आने-जाने वालों का ध्यान खींचने व उन्हें सरकार की वादाखिलाफी से अवगत करवाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही जनता को निजीकरण के नुकसान से भी अवगत करवाया जाएगा।
आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन की जिला प्रधान बिमला राठी ने बताया कि लगभग सवा माह बाद भी सरकार के आंख व कान बंद है। ऐसे में अब आंगनवाड़ी महिलाएं भी अपने आंदोलन को नये सिरे से तेज करेगी। आंगनवाड़ी महिलाएं धरनास्थल पर गीतों के माध्यम से लघु सचिवालय में आने-जाने वालों को सरकार की वादाखिलाफी से अवगत करवाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि सरकार ने वर्ष 2018 में आंगनवाड़ी महिलाओं के लंबे आंदोलन के बाद समझौता करके अनेक मांगे मानते हुए समस्याएं दूर करने का आश्वासन दिया था लेकिन लगभग तीन वर्ष बाद तक भी समझौता लागू नहीं किया है। ऐसे में गीतों के माध्यम से सरकार की वादाखिलाफी को जनता तक पहुंचाया जाएगा और बताया जाएगा कि यह सरकार भरोसे के लायक नहीं है। इसी तरह आंगनवाड़ी केन्द्रों को निजी एनजीओ के अधीन करने से नौनिहालों की शिक्षा प्रभावित होगी, यहां तक की शिक्षा की नींव ही कमजोर हो जाएगी। ऐसे में आंगनवाड़ी महिलाएं गीतों के माध्यम से निजीकरण के नुकसान से भी जनता को अवगत करवाएंगी।
धरने के 40वें दिन की अध्यक्षता कमलेश बूरा राजली ने की जबकि संचालन खरक पूनिया से कलावती व बालावास से पूनम ने किया। उपस्थित सभी महिलाओं ने गीतों के माध्यम से सरकार के खिलाफ नया अभियान चलाने के निर्णय की सराहना की और कहा कि वे धरने के बाद अपने-अपने क्षेत्रों में भी सरकार की वादाखिलाफी व निजीकरण नीतियों की पोल खोलेंगी।
धरने में उपरोक्त के अलावा हिसार-1 से सरोजनी, राजबाला रावतखेड़ा, बिमला तलवंडी, सुषमा चारनौंद, प्रेम, रोशनी पायल, हिसार-2 से ममता, सुनीता, सुमन, चंद्रमुखी, दर्शना, रोशनी, ओमपति, हांसी-1 से केसर, पूनम, कृष्णा, कांता, निर्मला, ज्योति, हांसी-2 से मोना, आरती, वीना, उषा, सुदेश, राजकुमारी, वैदकोर, ऊषा देवी, कलावती, पवन कुमारी, उषा, उर्मिला, कृष्णा, गुड्डी, राजबाला, कृष्णा, दानी, कमलेश, कांता, कविता, सुनहरी, दर्शना, कमलेश, सरला, निशा, शीला, अनिता, सुमन राठी व निर्मला सहित अनेक महिलाएं मौजूद रही।