क्या आपको पता है कि आपके द्वारा लगाएं गए पेड़ आपके पोतों को सरकार से पेंशन का हकदार बना सकती है। या फिर आपके दादा या पिता ने कोई पेड़ लगाया था तो आज आप उसकी पेंशन ले सकते हैं। जी हां, पेड़ों को भी पेंशन मिलती है। इस पर यकीन करना मुश्किल है। मगर हरियाणा में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इसे सच कर दिखाया है। हरियाणा देश में एक ऐसा प्रदेश है जहां पेड़ों को भी पेंशन दी जा रही है। पेंशन भी कोई 100—200 रुपए नहीं पूरी 2500 रुपए दिए जा रहे है। यानि एक 2000 रुपए का गुलाबी नोट और साथ में 500 का नोट। तो फिर देर किस बात की आज से ही लग जाओं पेड़ लगाने में…और कर लो पोतों तक का धन का जुगाड़।
हरियाणा में पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल ने बुढ़ापा पेंशन की शुरुआत की थी। इसके बाद देश के अन्य राज्यों में बुढ़ापा पेंशन की शुरुआत की गई। इससे बुजूर्ग लोगों की घरों में कदर हो गई। अब सूबे की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने पेड़ों की पेंशन शुरु करके देश के अन्य राज्यों के आगे रोल मॉडल पेश कर दिया है। पेड़ों की पेंशन होने से ना केवल पुराने पेड़ों के संरक्षण होगा बल्कि पर्यावरण के बिगड़ते ढांचे को सुधारने का भी सुनहरा अवसर मिलेगा। हरियाणा में 75 साल पुराने पेड़ों को पेंशन दी जा रही है। 2500 रुपये की ये पेंशन प्राण वायु देवता योजना के आधार पर दी जा रही है। खट्टर सरकार ने 2021 में ही इस योजना की शुरुआत की थी।
हरियाणा सरकार के मुताबिक, छोटे भूमिहीन किसानों की आय बढ़ाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी। 75 साल से ज्यादा पुराने पेड़ों की देखभाल करने वालों को सालाना 2500 रुपये पेंशन देने का फैसला किया गया है। माना जा रहा है कि इससे पेड़ों की कटाई पर रोक लगेगी। पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा और हवा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। हरियाणा समेत जब कई राज्यों में प्रदूषण की समस्या गंभीर होती जा रही है तो इस तरह की योजना बेहद फायदेमंद हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो अगर पेड़ों की कटाई पर रोक लगेगी तो अपने आप वायु गुणवत्ता में सुधार होगा।
अब सबसे बड़ी दिक्कत ये आती है कि पेड़ भी है और 75 साल पुराना भी है तो इसकी पेंशन मिले कैसे। चलिए हम बता देते है कि इसके लिए क्या करना होगा। अगर किसी भी व्यक्ति के घर में 75 साल या उससे ऊपर की उम्र का पेड़ हैं और वे इस पर पेंशन लेने के इच्छुक हैं तो वे अपने जिले के वन विभाग के कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसे अलावा कृषि विभाग के कार्यालय में कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। यहां आवेदनकर्ता की जानकारियां मांगी जाएंगी और आवेदन फॉर्म भरवाया जाएगा। आवेदन आफलाइन और आनलाईन दोनों तरह से होगा। हरियाणा के जो भी पात्र लोग प्राण वायु देवता योजना से जुड़ना चाहते हैं तो कुछ दस्तावेजों को तैयार करना होगा। इनमें आधार कार्ड, राशन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक की कॉपी, पासपोर्ट साइज फोटो और आधार से लिंक मोबाइल नंबर शामिल है।
बता दें, हरियाणा सरकार पर्यावरण में सुधार करने के लिए पौधारोपण के कार्यक्रमों पर भी जोर दे रही है। जल शक्ति अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायतों को पौधे भी निशुल्क दिए जाते हैं। हालांकि, हर साल जो पौधे लगाए जाते हैं उन्हें विकसित होने में काफी समय लग जाता है। पुराने पेड़ों के स्वस्थ तनों पर अच्छे दाम मिलते हैं, अक्सर किसान कुछ पैसों के लिए उन्हें काटकर बेच देते हैं। ऐसे में इस तरह के पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए और किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई। अगर आप इस तरह की लाभदायक जानकारी चाहते है तो तुरंत चैनल को सब्सक्राइब करें और वीडियों को लाइक करके आगे शेयर करें।