आदमपुर,
बरसात के मौसम में आंखों का इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है। आदमपुर में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कंजक्टिवाइटिस आंखों की एक बीमारी है, जिसे आंख आना,आंखों का गुलाबी होना या पिंक आई भी कहते हैं। कंजक्टिवाइटिस के केस आदमपुर में अचानक बढ़ने का कारण गंदा पानी माना जा रहा है। सिवरेज व्यवस्था ठप्प होने के कारण गंदा पानी जगह—जगह खड़ा है। बरसाती मौसम में गंदे पानी में यह वायरस तेजी से फैलता है। वहीं स्कूलों को इसे फैलाने का सबसे बड़ा माध्यम के रुप में देखा जा रहा है। एक बच्चे के आई फ्लू होने पर तेजी से ये दूसरे बच्चों को अपनी चपेट ले रहा है। आदमपुर में रोजाना 70 से 80 लोग नेत्र विशेषज्ञों के पास आ रहे हैं जबकि इससे कहीं अधिक सीधे मेडिकल से दवाई ले रहे हैं।
मित्तल मार्केट स्थित प्रणामी आई केयर सेंटर में नेत्र विशेषज्ञ मनु शर्मा का कहना है कि आई फ्लू को रोकने के लिए सबसे पहले संक्रमित बच्चे को स्कूलों द्वारा अवकाश प्रदान कर देना चाहिए। इससे इसकी चपेट में अन्य लोग आने से बच जायेंगे। इस समय बच्चों में आई फ्लू काफी देखने को मिल रहा है। बच्चों को आई फ्लू से बचने की सावधानियों की जानकारियां नहीं होती। ऐसे में वे अनजाने में अपने दोस्तों में भी संक्रमण फैला देते हैं। ऐसे में अभिभावकों व स्कूल संचालकों को चाहिए कि आई फ्लू के लक्षण दिखाई देते ही बच्चें को घर पर ही रखने का फैसला ले।
उन्होंने कहा आंखों के होने वाले इन्फेक्शन को आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं। इसमें इंफेक्शन होने वाले व्यक्ति की आंखें लाल हो जाती है। इसके साथ ही आंखों से पानी निकलता रहता है और सूजन हो जाती है। जिस कारण आंखों से साफ नहीं दिखता। अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो आपको यह वायरस हो सकता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं के संपर्क में आने से संक्रमण बढ़ जाता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के खांसी के दौरान छींकने से भी संक्रमण फैल सकता है।
वहीं शर्मा आई केयर के नेत्र विशेषज्ञ विजय शर्मा ने आई फ्लू से बचने के उपाए बताते हुआ कहा कि थोड़े-थोड़े समय पर अपने हाथों की सफाई करनी चाहिए। आंखों को बार-बार नहीं छुना चाहिए। अपने आसपास सफाई रखनी चाहिए। अपनी आंखों को समय-समय पर धोना चाहिए। अगर बाहर जाना ज्यादा जरूरी है तो काला चश्मा पहन कर जाना चाहिए। पीड़ित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचना चाहिए। संक्रमित व्यक्त के बेड, तौलिया या कपड़े इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। संक्रमण होने के बाद टीवी-मोबाइल से दूरी बनाकर रखें।
उन्होंने कहा कि यदि संक्रमण के कारण आंखों में ज्यादा दर्द है तो थोड़ी-थोड़ी देर पर ठंडे पानी से आंख धोना चाहिए। इसके अलावा गुलाब जल से आंख धोने से आंखों का इन्फेक्शन कम हो जाता है और आंखों की गंदगी हट जाती है। आई फ्लू ठीक होने में 5 से 10 दिन का समय लग सकता है।
वहीं नेत्र विशेषज्ञ मनु शर्मा का कहना है कि अगर आपको आंखो का इंफेक्शन हो जाए तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें। इसके बाद कहे अनुसार नियमित दवा लें। अपनी उपयोग की चीजें, जैसे- तौलिया और रूमाल किसी के साथ शेयर न करें। आंखों के इंफेक्शन होने पर चश्मे का प्रयोग करें, भूलकर भी लेंस न लगाएं। इंफेक्शन होने के बाद घर पर ही रहें, अगर आप बाहर जाएंगे तो इससे इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाएगा। आंखों में जलन और खुजली होने पर दवा डालें। किसी भी तरह के साबुन से अपने चेहरे को न धोएं। आई ड्रॉप डालने से पहले भी अपने हाथ को अच्छे से साफ कर लें।