पानीपत,
घने कोहरे के कारण मंगलवार सुबह पानीपत हाईवे पर दो स्थानों पर दर्जनभर वाहन आपस में भिड़ गए। पेप्सी पुल पर हुए हादसे में पानीपत ADC के पियन की दो ट्रकों के बीच में कुचलकर दर्दनाक मौत हो गई। यहां एक ट्रक चालक भी गंभीर रूप से घायल हुआ। टोल प्लाजा पर हादसे में सरकारी बोलेरो में सवार रोहतक में पब्लिक हेल्थ के XEN के माता-पिता और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि अन्य को एंबुलेंस में प्राथमिक उपचार करके भेज दिया गया।
पानीपत में मंगलवार की सुबह घने कोहरे के साथ हुई। हाईवे के कई स्थानों पर विजिबिलिटी जीरो रही। जिस कारण सुबह करीब 8:30 बजे हाईवे पर दो हादसे हुए। पहला हादसा पेप्सी पुल के पास हुआ। इस हादसे में पानीपत के ADC मनोज कुमार के पियन 31 वर्षीय विक्रमदत्त की मौत हो गई। विक्रमदत्त अपने गांव करनाल के बतसाड़ा से बाइक से दफ्तर आ रहा था। कोहरे के कारण विक्रम ने अपनी बाइक आगे चल रहे कैंटर के पीछे लगा ली। वह धीरे-धीरे चल रहे थे। कैंटर अचानक आगे खड़ी गाड़ी से टकरा गया। पीछे से बाइक समेत विक्रम टकराया और उसके पीछे आ रहे ट्रक चालक के ब्रेक न लगने के कारण विक्रम कैंटर और ट्रक के बीच कुचला गया। जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में ट्रक चालक पंजाब के जमलपुर निवासी गुरप्रीत भी गंभीर रूप से घायल हुआ।
दूसरा हादसा टोल प्लाजा के पास करीब 9:30 बजे हुआ। रोहतक में पब्लिक हेल्थ् के XEN आशीष के गांव कौंसली निवासी पिता जगदीश, माता निशा और चालक गोविंद सरकारी गाड़ी से पंचकूला बेटे से मिलने जा रहे थे। टोल पार करने के बाद उनकी गाड़ी खड़े ट्रक में घुस गई। इसमें तीनों गंभीर रूप से घायल हुए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।
पेप्सी पुल पर हादसे का शिकार हुए ट्रक चालक गुरप्रीत के भाई अमनदीप ने बताया कि वह लुधियाना से चले थे। मंगलवार को कोहरा अधिक होने के कारण ट्रक की स्पीड 20 पर ही थी। हाईवे पर कई बार हवा के साथ आई धुंध के कारण कुछ नहीं दिखता था। इसी के चलते उनका ट्रक आगे जा रहे ट्रैक से भिड़ गया। उसके आगे पर कई वाहन आपस में भिड़ चुके थे। अमनदीप ने बताया कि पहले कुछ कारें हाईवे पर खड़ी थीं। वह चलती होती तो शायद हादसा न होता।
अपने पियन विक्रमदत्त के हादसे की सूचना पर ADC मनोज कुमार सिविल अस्पताल पहुंचे। उनके साथ दफ्तार का अन्य स्टाफ भी साथी कर्मी के परिजनों को सांत्वना देने अस्पताल पहुंचे। विक्रमदत्त के भाई प्रवीण व अन्य परिजनों का अस्पताल में बुरा हाल रहा। विक्रमदत्त को एक 8 साल का बेटा है।