करनाल,
किसान महापंचायत का आयोजन रविवार को इंद्री की अनाज मंडी में किया था। इसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी और पंजाब के बलबीर राजेवाल समेत बड़े किसान नेता पहुंचे। महापंचायत में राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन नहीं बल्कि, वैचारिक क्रांति शुरू हुई है। यह विचारों से ही खत्म होगी। सरकार यदि मामला सुलझाना चाहती है तो अपना नंबर दे, हमारे नेता बात कर लेंगे। किसान नेता ने कहा कि MSP पर कानून बनेगा तो पूरे देश को फायदा होगा। केंद्र सरकार को तीनों कानून वापस लेने चाहिए।
महापंचायत में जुड़ी भीड़ देख किसान गदगद हो उठे। राकेश टिकैत और गुरनाम चढ़ूनी के साथ फोटो और सेल्फी के लिए लोगों में होड़ मची रही। मंच पर किसान नेताओं ने हाथ जोड़कर जनता का अभिवादन स्वीकार किया। इससे पहले महापंचायत में बड़े नेताओं की आमद के साथ ही अफरा-तफरी का माहौल दिखाई दिया। लोग किसान नेताओं के साथ सेल्फी लेने के लिए जद्दोजहद करते दिखे। इससे अफरा-तफरी मची रही।
गुरनाम सिंह चढूनी ने दावा किया कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुए घटनाक्रम के बाद किसान आंदोलन और मजबूत हुआ है। उन्होंने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर जनता से गद्दारी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कुर्सी खरीदी है। वह सत्ता के लालच में ही इस्तीफा नहीं दे रहे हैं।