हरियाणा

प्रद्युम्न हत्याकांड : ममता का सवाल ‘क्या अब हमें ईज्जत वापिस लौटा देगी पुलिस’

गुरुग्राम,
8 सितंबर को भोंडसी के रायन इंटरनैशनल स्कूल के प्रद्युम्न हत्याकांड में मर्डर के आरोप में पुलिस द्वारा पकड़े गए बस परिचालक आशोक कुमार को सीबीआई बेगुनाह बता चुकी है। अशोक कुमार के बेगुनाह साबित होने से हरियाणा पुलिस पूरी तरह से कटघरे में खड़ी हो गई है। अब आशोक कुमार की पत्नी ममता ने पुलिस और स्कूल प्रशासन पर सवाल उठाये है। ममता का कहना है कि ‘हम लंबे समय से कह रहे हैं कि वह निर्दोष है, यह स्कूल प्रशासन और पुलिस द्वारा रची गई साजिश है। हम उचित जांच और न्याय चाहते हैं।’


उनका कहना है कि स्कूल प्रशासन और पुलिस ने जनता के दवाब में अशोक को फंसाया। इसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पति के साथ पुलिस ने मारपीट की है। समाज में उनकी बदनामी हुई है। जो काम मेरे पति ने किया ही नहीं, उस काम के लिए समाज के लोग हमें घृणा की नजर से देख रहे है। जीवन आधार न्यूज पोर्टल को आवश्यकता है पत्रकारों की…यहां क्लिक करे और पूरी जानकारी ले..

वहीं सीबीआई की थिअरी के अनुसार प्रद्युम्न और मर्डर आरोपी छात्र एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते थे और आरोपी छात्र उसे बहला-फुसलाकर वॉशरूम लेकर गया था, जहां उसने उसे मौत दी। सीबीआई की थिअरी के अनुसार प्रद्युम्न और आरोपी छात्र दोनों पियानो क्लास करते थे। इन्हीं क्लासेस के कारण दोनों एक-दूसरे को जानते थे और यही जान-पहचान प्रद्युम्न के लिए जानलेवा साबित हुई। प्रद्युम्न के परिवार ने भी यह बताया था कि वह बीते दो सालों से पियानो क्लास जाता था। शनिवार को काउंसलिंग के दौरान आरोपी छात्र ने जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड को बताया कि 8 सितंबर की सुबह स्कूल पहुंचने के बाद उसने अपना बैग क्लास में रखा और सोहना मार्केट से खरीदा हुआ चाकू लेकर ग्राउंड फ्लोर पर आ गया। गला रेते जाने के बाद प्रद्युम्न ने खून की उल्टी की और चाकू पर गिर गया, जिसकी वजह से दूसरा घाव हुआ, जो बहुत गहरा था।यहां क्लिक करे—स्कूली निबंध प्रतियोगिता..विद्यार्थी और स्कूल दोनों जीतेंगे सैंकड़ों उपहार
आरोपी छात्र प्रद्युम्न को जानता था इसलिए वह किसी मदद के बहाने बड़ी आसानी से उसे वॉशरूम ले गया और और उसका गला रेत दिया। सीबीआई के अनुसार आरोपी ने बताया, प्रद्युम्न ने पीठ पर बैग टांग रखा था, जिसने आरोपी के लिए कवच का काम किया और उसके कपड़ों पर खून का कोई निशान या छींटें नहीं पड़ीं। इसके बाद चाकू को वॉशरूम में छोड़कर वह बाहर निकल गया और माली व टीचर्स को जानकारी दी। इसके अलावा, जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने उसने कथित रूप से यह भी कबूल किया कि उसे एग्जाम का खौफ था और वह किसी भी सूरत में उसे टलवाना चाहता था।
नौकरी करना चाहते है, तो यहां क्लिक करे।
तीन दिन की रिमांड खत्म होने के बाद शनिवार को सीबीआई ने आरोपी छात्र को जूवेनाइल जस्टिस मैजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह के सामने पेश किया था। जांच एजेंसी ने रिमांड बढ़ाए जाने की कोई मांग नहीं रखी, इसलिए कोर्ट ने आरोपी छात्र को 22 नवंबर तक के लिए फरीदाबाद के सुधार गृह भेज दिया।
जीवन आधार बिजनेस सुपर धमाका…बिना लागत के 15 लाख 82 हजार रुपए का बिजनेस करने का मौका….जानने के लिए यहां क्लिक करे

Related posts

पीएनबी बैंक में हुआ साढ़े 5 करोड़ रूपये का एक और घोटाला

स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के चेयरमैन BB भारती जांच पूरी होने तक सस्पेंड

मदीना में गेहूं की फसल में लगी आग, स्कूली बच्चों ने साहस दिखाकर पाया आग पर काबू