आदमपुर,
ठेकेदार और अधिकारियों की लापरवाई के चलते चौ.भजनलाल का आदमपुर अब नरकीय जीवन जीने को मजबूर हो चुका है। पीने को गंदा पेयजल, सड़क के नाम पर गढ्ढे, पूरे दिन उड़ती धूल..अब यही है आदमपुर की असली पहचान। कुलदीप बिश्नोई की चुप्पी से आदमपुर की जनता को चौधरी भजनलाल की याद आने लगी है।
आदमपुर मार्केट कमेटी के साथ लगती मुख्य सड़क पर ठेकेदार ने सड़क खोदकर पाइप तो दबा दी लेकिन खोदी गई सड़क पर ढ़ंग से मिट्टी नहीं डाली। इसके चलते पिछले 1 सप्ताह में 4 ट्रक यहां धंस चुके हैं। ट्रक के धंसने के बाद इनको निकालने के लिए क्रेन वाले 5 हजार रुपए वसूलते है। लोड ट्रक के धंसते ही उसकी चेसिस और बेरिंग टूट जाते हैं। एक ट्रक धंसने पर करीब 40 हजार का नुकसान ट्रक मालिक को उठाना पड़ रहा है।
अनाज मंडी से कपास मंडी व गोदामों तक जाने के लिए यह मुख्य सड़क है। इस समय गेहूं और सरसो का सीजन चल रहा है। ऐसे में ट्रकों को लोड होकर यहां से निकलना पड़ता है। यहां आते ही ट्रक सड़क में धंस जाते हैं। ठेकेदार की मनमानी और अधिकारियों की लापरवाई पर अब किसी की लगाम नहीं है। इसी के चलते आदमपुर से पहली बार चौ.भजनलाल परिवार को विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस हार के बाद भी बिश्नोई परिवार अधिकारियों और ठेकेदार पर काम करने के लिए किसी प्रकार का कोई दवाब नहीं बना रहा।
अब लोग भी कुलदीप बिश्नोई की जगह आदमपुर से चंद्रमोहन बिश्नोई को चुनाव लड़ाने की बात करने लगे हैं। व्यापारी वर्ग कहने लगा है कि अब चंद्रमोहन बिश्नोई ही आदमपुर में चौधरी भजनलाल के सपनों को पूरा कर सकते हैं।