रोहतक,
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक आवास पर शुक्रवार की जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने छापेमारी हुई। जिस समय ये छापेमारी हुई उस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा घर में ही मौजूद थे। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर पर बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद हैं।
बता दें कि सीबीआई ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य के खिलाफ नए केस दर्ज किए हैं। ये केस 2004 से 2007 के बीच हुए जमीन आवंटन से जुड़े हैं। हुड्डा के घर पर अभी भी छापेमारी जारी है। यह छापेमारी हरियाणा और दिल्ली में 30 से ज्यादा जगहों पर की जा रही है।
A team of CBI officials is present at the residence of former Haryana Chief Minister BS Hooda in Rohtak, Haryana. pic.twitter.com/HwPB5TtvVz
— ANI (@ANI) January 25, 2019
आपको बता दें कि इससे पहले भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर कई मामलों में शिकंजा कसा जा चुका है। हरियाणा के पंचकूला में प्लॉट आवंटन मामले में बीते दिनों ही सीबीआई को चार्जशीट दाखिल करने की मंजूरी मिली थी। गौरतलब है कि उन पर चार्जशीट दाखिल करने के लिए राज्यपाल की अनुमति मिलनी जरूरी थी, जिसके कारण इसमें काफी देरी हो रही थी।
हुड्डा पर आरोप था कि उनके राज में नेशनल हेराल्ड की सहयोगी कंपनी एजेएल को प्लॉट आवंटन किया गया था, हालांकि उस पर कोई काम शुरू नहीं हो पाया था। पंचकूला मामले के अलावा भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर गुड़गांव में जमीन आवंटन से जुड़ा एक मामला भी चल रहा है, जिसमें चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री रहने के दौरान हुड्डा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष थे, उसी दौरान भूखंड फिर से एजेएल को आवंटित किया गया था। हुड्डा व AJL पदाधिकारियों पर वर्ष 2005 में अवैध तरीके से भूखंड को फिर से आवंटित करने का आरोप है। पंचकूला के सेक्टर 6 में भूखंड संख्या सी-17 को 29 जून, 2005 को एजेएल को फिर से आवंटित किया गया था। यह भूमि करीब 3,360 वर्गमीटर थी।