जींद,
हंसमुख, मिलनसार, ईमानदार और समाज उपयोगी लेखनी के धनी विजेंद्र कादयान का निधन हो गया। पिछले कुछ से हृदय की बिमारी से पीड़ित विजेंद्र कादयान की अभी कुछ समय पहले ही बाइपास सर्जरी हुई थी। इसके बाद वे रिकवर नहीं कर पाए। उनके निधन से पूरे जींद शहर में शोक की लहर फैल गई। उनकी अंतिम यात्रा में पूरा शहर उमड़ पड़ा।
हरिभूमि के ब्यूरो चीफ पद पर कार्यरत विजेंद्र कादयान के हंसमुख और मजाकिया स्वभाव के कारण उनके दोस्त उन्हें प्यार से खुंडा कहते थे। वे सुबह 5 बजे उठकर दैनिक सैर पर निकलते थे। इस दौरान वे योगाभ्यास के बाद पौधों को पानी देने के साथ हंसी के ठहाके भी सभी को बांटते थे। हृदय की बिमारी ने जींद के लोगों से एक सीधा, सरल, स्पष्ठ और हंसमुख पत्रकार को सदा के छीन लिया।