टोहाना (नवल सिंह)
पिछले दो वर्षों से शिक्षा विभाग व सरकार के आदेशानुसार 10 प्रतिशत सीट पर 134 ए के तहत आने वाले सभी बच्चों को स्कूल पढ़ाने का कार्य कर रहे निजी स्कूल संचालकों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। दरअसल, सरकार ने निजी स्कूलों को आश्वासन दिया था कि वह 134 ए के तहत पढ़ने वाले बच्चों की फीस उनके खाते में ड़ालेगी,लेकिन आज दो वर्ष बीत जाने के बाद भी शिक्षा विभाग ने टोहाना ब्लॉक के एक भी स्कूल के खाते में यह राशि जमा नही करवाई है। जीवन आधार पत्रिका यानि एक जगह सभी जानकारी..व्यक्तिगत विकास के साथ—साथ पारिवारिक सुरक्षा गारंटी और मासिक आमदनी भी..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
इससे खफा प्राईवेट स्कूल सांझा मंच के प्रधान रणधीर पूनिया, उपप्रधान राजेश शर्मा व प्रवक्ता विनय वर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार द्वारा निजी स्कूलों के साथ हमेशा ही भेदभाव किया जाता रहा है। लेकिन अब इसे सहन नहीं किया जा सकता।जीवन आधार जनवरी माह की प्रतियोगिता में भाग ले…विद्यार्थी और स्कूल दोनों जीत सकते है हर माह नकद उपहार के साथ—साथ अन्य कई आकर्षक उपहार..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि 30 जनवरी तक विभाग द्वारा स्कूलों के खातों में राशि जमा नहीं करवाई गई तो सभी स्कूल 134 ए का विरोध करते हुए अगले सत्र में टोहाना ब्लॉक के किसी भी निजी स्कूल में इस नियम के तहत बच्चों को दाखिला नही देगा।
उन्होंने सरकार व विभाग को दो टूक कहा कि अगर सरकार ने स्कूलों की मांग नही मानी तो अप्रैल में 134 ए के तहत आने वाले सभी बच्चों के नाम काट दिए जाएगें। इस बात के लिए सरकार जिम्मेवार होगी। नौकरी की तलाश है..तो जीवन आधार बिजनेस प्रबंधक बने और 3300 रुपए से लेकर 70 हजार 900 रुपए मासिक की नौकरी पाए..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
इस अवसर पर नन्हा राम शर्मा, मीनू बांगा, गौरव भूटानी, प्रदीप मडिय़ा, संदीप कंबोज, सुरेंद्र कौर, नीलम रानी, मधु शर्मा, अंजु वर्मा, सोनिया रानी, बलजीत हुड्डा, तरसेम गिल, सुरेश पिरथला, सुभाष गिल, बलिंद्र नैन सहित अनेक स्कूल संचालक उपस्थित थे।
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