गुड़गांव,
ई-मेल के जरिए 7वीं के छात्र से मिली रेप की धमकी के करीब 12 दिनों बाद पीड़ित टीचर ने स्कूल से इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार को टीचर ने एक मेल के जरिए अपना इस्तीफा दिया और साथ में कई बातें लिखीं। ई-मेल में पीड़ित टीचर ने लिखा, ‘मैं भावनात्मक तौर पर बहुत दुखी हूं और आरोप-प्रत्यारोप के फेर में नहीं पड़ना चाहती। मैं ऐसा मानती हूं कि गैजेट्स के अत्यधिक यूज के कारण स्कूली बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। स्कूलों और पैरंट्स को उनपर ज्यादा ध्यान देने और उनको सही दिशा दिखाने की जरूरत है। ऐसा दोबारा न हो, इसके लिए जरूरी है बच्चों की उचित काउंसलिंग की जाए।’
वहीं, पीड़ित टीचर की बेटी डर के कारण गुरुवार को भी स्कूल नहीं गई। रेप की धमकी के बाद से छात्रा एक दिन भी स्कूल नहीं गई। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को जानकारी मिली है कि पीड़ित टीचर के पति ने सबूत के साथ सफेद कागज पर शिकायत दर्ज करवाई थी, हालांकि अब तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। घटना 9 फरवरी की है और पीड़िता के पति 12 फरवरी को शिकायत लेकर ग्वालपहाड़ी पुलिस पोस्ट पहुंचे थे। वहां, पुलिस पोस्ट इन्चार्ज विनय ने बताया कि शिकायत को गुड़गांव पुलिस की साइबर सेल को फॉरवर्ड कर दिया गया है।
इस बीच गुरुवार को शहर के एक प्राइवेट स्कूल में घटित दो घटनाओं में डीसी विनय प्रताप सिंह ने जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलता से एक सप्ताह में जांच कर अपनी रिपोर्ट जमा कराने को कहा है। वहीं, हरियाणा राज्य महिला आयोग ने दोनों मामलों का संज्ञान ले लिया है। सूत्रों की मानें तो दोनों ही मामलों की मॉनिटरिंग शुरू कर दी गई है। अगले कुछ दिनों में आयोग की टीम स्कूल में पहुंचकर सवाल-जवाब कर सकती है।
उधर, दोनों ही मामलों में महिला टीचर गुरुवार को भी सामने आने से कतराती रहीं। कोई भी टीचर इस सिलसिले में न तो किसी को शिकायत सौंप रही है और न ही किसी तरह की कार्रवाई के लिए स्कूल प्रबंधन या पुलिस के पास पहुंची हैं। स्कूल प्रबंधन ने भी इस मामले में स्टाफ को किसी भी बाहरी व्यक्ति से चर्चा न करने की हिदायत दी है। बता दें कि 7वीं कक्षा के एक छात्र ने अपनी टीचर को उनकी बेटी से रेप की धमकी दे थी, वहीं इसी स्कूल के दूसरे 8वीं कक्षा के छात्र ने टीचर को कैंडल लाइट डेट व सेक्स का मेल किया था।