अलीगढ़,
हिंदू महासभा की अलीगढ़ यूनिट ने विवादित हिंदू नववर्ष का कैलेंडर जारी किया है। इस कैलेंडर में ताजमहल सहित 7 मस्जिद और मुगलकाल के स्मारकों को मंदिर बताया गया है। कैलेंडर में मुस्लिमों के सबसे बड़े तीर्थ स्थल मक्का को मक्केश्वर महादेव मंदिर बताया गया है। साथ ही यह संदेश छापा गया है कि यहां कभी शिव मंदिर था। इसलिए शिवलिंग आज भी खंडित अवस्था में मौजूद है।
इसके अलावा अयोध्या में विध्वंस बाबरी मस्जिद को राम जन्मभूमि दर्शाया गया है। इसमें बताया गया है कि यहां मिले राम मंदिर के अवशेष प्रमाणित करते हैं कि कभी यहां भव्य मंदिर था।
यही नहीं, कैलेंडर में कुतुब मीनार को विष्णु स्तंभ बताया गया है। इस बारे में हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पाण्डेय का कहना है कि देश को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए इसलिए यह कैलेंडर जारी किया गया है।
वहीं, ताजमहल को तेजो महालय शिव मंदिर, मध्य प्रदेश के कमल मौला मस्जिद को भोजशाला और काशी की ज्ञानव्यापी मस्जिद को विश्वनाथ मंदिर बताया गया है।
पूजा ने कहा कि विदेशी आक्रमणकारियों ने देश के हिंदू धर्म स्थलों को लूटा और धार्मिक स्थलों का नाम बदलकर उन्हें मस्जिद बना दिया। अब उन्हें चाहिए कि हिंदुओं के धार्मिक स्थल उन्हें वापस कर दिए जाएं।
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