जोधपुर,
यौन शोषण केस में जेल में बंद आसुमल हरपलाणी उर्फ आसाराम पर आज कोर्ट फैसला सुनाएगा। यह फैसला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली दलित नाबालिग लड़की के साथ रेप केस से संबंधित है। फैसला सुनाने के लिए जोधपुर सेंट्रल जेल में ही कोर्ट तैयार किया गया है, जहां आसाराम बंद है।
आसाराम को इस केस में न्यूनतम 3 साल और अधिकतम उम्रकैद की सजा हो सकती है, हालांकि बरी किए जाने की स्थिति में भी आसाराम जेल से रिहा नहीं होंगे क्योंकि उनके खिलाफ सूरत की दो बहनों से रेप के दो केस अहमदाबाद कोर्ट में चल रहे हैं।
फिलहाल जोधपुर के मणाई आश्रम में शाहजहांपुर की पीड़िता से रेप के इस केस में अगर उन्हें सजा होती है तो जो भी सजा होगी, आसाराम ने जितने साल जेल में बिताए हैं, उतने वर्ष सजा की अवधि में से कम हो जाएंगे।
जोधपुर SC/ST कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा आज सुबह 8.30 बजे के बाद जोधपुर सेंट्रल जेल में ही तैयार किए गए कोर्ट में अपना फैसला सुनाएंगे। आसाराम करीब 4 साल से इसी जेल में बंद है। जोधपुर सेंट्रल जेल के DIG विक्रम सिंह ने बताया कि आज सुबह 8.30 बजे मामले की सुनवाई शुरू हो सकती है। लेकिन उससे पहले जज मधुसूदन शर्मा कोर्ट जाएंगे। ऐसे में देरी भी हो सकती है। कोर्ट ने 7 अप्रैल को इस मामले में सुनवाई पूरी कर ली थी और फैसला सुरक्षित रख लिया था।
यह है जोधपुर केस का पूरा मामला
दिल्ली के कमलानगर थाने में 19 अगस्त 2013 को आसाराम पर एफआईआर दर्ज की गई। आसाराम पर जीरो एफआईआर दर्ज हुई। एफआईआर में आईपीसी की धारा 342, 376, 354-ए, 506, 509/34, जेजे एक्ट 23 व 26 और पोक्सो एक्ट की धारा 8 के तहत केस दर्ज हुआ। दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल कराया गया।
2013 में गिरफ्तारी
31 अगस्त 2013 को इंदौर से आसाराम को गिरफ्तार किया गया। जोधपुर सेशन कोर्ट में आरोप तय किए गए। आरोप पत्र में 58 गवाह पेश किए गए, जबकि अभियोजन पक्ष की तरफ से 44 गवाहों ने गवाही दी। 11 अप्रैल 2014 से 21 अप्रैल 2014 के दौरान पीड़िता के 12 पेज के बयान दर्ज किए गए। 4 अक्टूबर 2016 को आसाराम के मुल्जिम बयान दर्ज किए गए।
22 नवम्बर 2016 से 11 अक्टूबर 2017 तक बचाव पक्ष ने 31 गवाहों के बयान दर्ज कराए। इसके साथ ही 225 दस्तावेज जारी किए। एससी-एसटी कोर्ट में 7 अप्रेल को बहस पूरी हो गई और कोर्ट ने फैसला सुनाने की तारीख 25 अप्रेल तय कर दी। पुलिस की चार्जशीट में आसाराम को नाबालिग छात्रा को समर्पित करवा कर यौन शोषण करने का आरोपी माना है।
ऐसी बीती आसाराम की पिछली रात
जोधपुर सेंट्रल जेल के डीआईजी विक्रम सिंह ने बताया कि फैसले को लेकर आसाराम मंगलवार को थोड़ा तनाव में जरूर दिखा। हालांकि उनका कहना है कि ऐसा हर कैदी के साथ होता है जब फैसला आना होता है। डीआईजी ने बताया कि आसाराम ने सोमवार की रात भरपेट खाना खाया और शाम में टहला भी।
जोधपुर में आज रहेगी ‘नो एंट्री’
जोधपुर केंद्रीय कारागार में फैसला सुनाए जाने का निर्णय अशांति फैलने की आशंका को देखते हुए लिया गया है। प्रशासन ने भी अशांति फैलने की आशंका को देखते हुए जोधपुर में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। जोधपुर में स्थित आसाराम के आश्रम को लगभग खाली करा लिया गया है।
आसाराम के समर्थक कहीं उत्पात ना मचा दें, इसलिए पुलिस ने जोधपुर की नाकाबंदी कर दी है। यहां 10 दिन के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। शहर के सभी रेलवे स्टेशनों पर खुफिया एजेंसिया तैनात है। जोधपुर के रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किए गए है।
जोधपुर की सुरक्षा में 10 हजार जवान
जेल के बाहर आसाराम के भक्तों की भीड़ न जुटे, इसके भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। जेल के बाहर एसटीएफ के जवान और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान चारों तरफ बैरिकेडिंग करके तैनात हैं। जबकि जेल के अंदर जेल के सुरक्षा प्रहरी पहरा देंगे। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में जोधपुर और जोधपुर के आस-पास 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए हैं।
आसाराम के सारे आश्रम खाली करा लिए गए हैं। जोधपुर में होटलों और धर्मशालाओं में भी चेक कर सभी को बाहर निकाल लिया गया है। शहर में आने वाले हर वाहन की जांच की जा रही है। हर रास्ते पर नाकाबंदी की गई है, लेकिन इस बीच आसाराम के भक्तों ने बापू की रिहाई के लिए अखंड जाप भी शुरु कर दिया है। भक्तों को भरोसा है कि बापू रिहा हो जाएंगे।
जेल के अंदर कुछ ऐसी होगी व्यवस्था
जोधपुर सेंट्रल जेल के DIG विक्रम सिंह ने बताया कि जेल के अंदर कोर्ट को पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। फैसला सुनाने के दौरान कोर्ट के चुनिंदा कर्मचारियों और दोनों पक्षों के वकील के अलावा किसी अन्य को एंट्री नहीं मिलेगी। सुनवाई के दिन जज, कोर्ट के कर्मचारी, दोनों पक्षों के वकील, सुरक्षा अधिकारी व जेल अधिकारी मौजूद रहेंगे। जेल के अंदर और बाहर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे।
उन्होंने कहा कि जेल में फैसला सुनने के लिए आने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी निगाह रखी जाएगी। कोर्ट के पूरे इलाके को सील कर दिया गया है।