हिसार,
लक्ष्मी विहार कॉलोनी की मुख्य गली के कोने पर खुले शराब ठेके के विरोध में कॉलोनी वासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरूवार को नलवा के विधायक रणबीर सिंह गंगवा से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए इस ठेके को हटवाने की मांग की। विधायक गंगवा ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों से बात करते हुए ठेके को शिफ्ट करवाने के लिए कहा तथा इसी मामले में कॉलोनीवासियों से दुर्व्यवहार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ तुरंत एक्शन लेने पर जोर दिया।
विधायक गंगवा को सौंपे ज्ञापन में कॉलोनी वासियों ने कहा कि लक्ष्मी विहार कॉलोनी के मुख्य गली के कोने पर अभी हाल ही में खोले गए शराब ठेके के चलते लोगों को भारी परेशानी हो रही है। विशेष तौर पर जहां पर शराब का ठेका खोला गया है, उसी गली में एक तरफ ओमानंद आश्रम हैं, वहीं एक हाई स्कूल है। इसलिए यहां पर आने जाने वाले श्रद्धालुओं, विशेषकर स्कूली बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि पहले ये ठेका पिछले 5-6 वर्षो। से जहां पर था, वहां कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन अब इसे मुख्य गली में खोला गया है। कॉलोनी वासी महेंद्र सिंह जागलान ने बताया के इसी मुद्दे को लेकर कॉलोनीवासी 14 मई को उपायुक्त से मिले थे और 15 को एक्साइज ऑफिसर सिवाच से मिले थे।
जिसपर 19 मई को एक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स मौके पर आई, जिनके साथ उसका पति नारायण दत्त वत्स भी था, जो उस समय शराब के नशे में था। महेंद्र सिंह जागलान ने बताया के इस दौरान नारायण दत्त वत्स ने कॉलोनी के बुजुर्ग लोगो से दुर्वव्यवहार करते हुए गाली गलौच भी की। जब कॉलोनी वासियो ने स्थानीय पुलिस को बुलाया और नारायण दत्त वत्स को मेडिकल करवाने के लिए सिविल हॉस्पिटल ले जाया गया तो उसने सैंपल देने से मना कर दिया। चिकित्सक ने भी अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि उसने सैम्पल देने से इनकार किया गया और उसके मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी। कॉलोनी वासियो ने आरोप लगाया कि नारायण दत्त वत्स शराब के ठेकेदारों से मिले हुए है और शराब ठेकेदारों से पैसे का लेंन देन वही करता है। विधायक रणबीर गंगवा ने मौके पर उपायुक्त से मोबाइल पर बात की ओर समस्या के समाधान के लिए कहा। इसके साथ ही एक्साइज इंस्पेक्टर नीलम वत्स के खिलाफ जांच करने के लिए कहा। इसके साथ ही डीईटीसी से बात करते हुए ठेके को शिफ्ट करवाने तथा भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ तुरंत एक्शन लेने के लिए कहा। इस मौके पर भारी संख्या में कॉलोनीवासी मौजूद थे।