हिसार

स्वच्छता व स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाने की काफी जरूरत—रेणुका बिश्नोई

आदमपुर,
स्थानीय गोपीराम धर्मशाला में भजन ग्लोबल इम्पैक्ट फाउंडेशन के तत्वावधान में महिलाओं, लड़कियों के लिए एक दिवसीय मासिक धर्म स्वच्छता शिविर लगाया गया। शिविर को हांसी की विधायक रेनुका बिश्नोई ने संबोधित करते हुए महिलाओं को स्वच्छता बारे जागरूक किया। शिविर में उपस्थित बड़ी संख्या में महिलाओं व लड़कियों को संबोधित करते हुए रेनुका बिश्नोई ने अध्यापक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि माता ही परिवार में सबसे पहली गुरू होती है और माताओं को अपने बेटियों को जीवन में आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

रेनुका ने कहा कि महिलाएं व बेटियां हमारे समाज और परिवारों की रीढ़ की हड्डी हैं। 21वीं सदी में भी महिलाओं और उनके अधिकारों को आगे बढ़ाने में हमें दशकों लगे हैं। मासिक धर्म स्वच्छता अभी भी भारत में एक वर्जित मुद्दा है। राजनेता विशेषकर महिलाएं भी मासिक धर्म स्वच्छता पर बोलने में हिचकती हैं। इसके बारे में स्वच्छता व स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाने की काफी जरूरत है। लगभग 82 प्रतिशत भारतीय महिलाएं मासिक धर्म के दौरान पुराने कपड़ों, पत्ते, राख, मिट्टी, घास-फुस इत्यादि का इस्तेमाल अपने मासिक धर्म काल के दौरान करती हैं और लगभग 23 प्रतिशत लड़कियां मासिक धर्म के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल जाना छोड़ देती हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में बहुत सारी भ्रातियां व वर्जनाएं इस विषय को लेकर है और बहुत तीव्रता से ये महिलाओं की प्रजनन क्षमता को कम कर देती है। महिलाओं के बीमार होने के कारण हमारे घरों की आर्थिक हालत पर भी बुरा असर पड़ता है। मासिक धर्म स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की कमियां विशेषकर हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा है, क्योंकि 30 प्रतिशत महिलाएं ही सैनेटरी नैपकिन का प्रयोग कर रही हैं। सैनेटरी नैपकिन को फैंकना भी हमारे समाज में वर्जित माना गया है।

रेनुका बिश्नोई ने कहा कि स्नातकोतर चिकित्सा महाविद्यालय के पब्लिक हैल्थ विभाग के द्वारा की गई रिसर्च में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। इसलिए भजन ग्लोबल फाउंडेशन ने फैसला किया है कि बड़े स्तर पर इस दिशा में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं और मासिक धर्म स्वास्थ्य संबंधी जो भ्रांतिया व वर्जनाएं हैं, उनको दूर किया जाए तथा इसके बारे में सही प्रकार की जानकारी महिलाओं को बताई जाए। कई बार प्रयोग करने वाले सैनेटरी पैड के विषय के बारे में भी जानकारी महिलाओं तक पहुंचाई जाए, ताकि महिलाओं का सैनेटरी पैड पर खर्चा भी कम हो सके। रेनुका ने शिविर में पहुंची सभी अध्यापिकाओं, छात्राओं, महिलाओं का आभार जताया।
उन्होंने बताया कि भजन ग्लोबल इम्पैक्ट फाउंडेशन के बैनर तले विभिन्न सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें रक्तदान शिविर, पौधारोपण, कानों का जांच शिविर शामिल है। मासिक धर्म स्वच्छता शिविर भी इसी चरण की अगली कड़ी है। उन्होंने उम्मीद जताई की इस विषय के प्रति महिलाओं में जागरूकता बढ़ेगी।
इस अवसर पर प्रोजेक्ट बाला से सौम्या डाबरीवाल, शकुन्तला खिचड़, सुनीता ज्याणी, अनिता रानी, प्रियंका, सुमन, ज्योति, सरिता , रमा, अंजू शर्मा, भरतेरी देवी, कमलेश, रिया शर्मा, संतोष खटीक, बबीता, रेखा रानी, मीना कुमारी, आरती, रोबिना, रिंकू, ईशा देवी, सुशीला, सोनू, राखी, नेहा, राजबाला, राधिका, अर्चना, ममता आदि बड़ी संख्या में महिलाएं व छात्राएं उपस्थित थे।

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