जयपुर,
राजस्थान में 7 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों द्वारा ही अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा की जा चुकी है और दोनों ही पार्टियों द्वारा 200 सीटों के लिए सोमवार को नामंकन भी दाखिल किए जा चुके हैं। एक ओर जहां कांग्रेस और बीजेपी प्रदेश की दोनों ही बड़ी पार्टियों द्वारा काफी सोच समझ कर राजनीतिक समिकरणों के मुताबिक प्रत्याशियों को चुना गया है। तो वहीं दूसरी ओर प्रत्याशियों की सूची में जगह न मिलने के कारण बागी हुए नेता कहीं न कहीं प्रदेश की दोनों ही बड़ी पार्टियों के लिए चुनौती बन सकते हैं।
दरअसल, सोमवार को 7 दिसंबर को होने वाले चुनावों के लिए नामांकन का आखिरी दिन था और इस वजह से बीजेपी और कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों ने रैली निकालने के साथ अपना अपना नामांकन भरा लेकिन इस दौरान दोनों पार्टियों से बागी हुए नेता भी भारी संख्या में जनता और समर्थकों को एकजूट कर नामांकन के लिए पहुंचे और अपना अपना नामांकन दाखिल किया। ऐसे में माना जा रहा है कि इनमें शामिल कुछ मजबूत बागी नेता दोनों ही पार्टियों के लिए चुनावों में मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
इस कड़ी में कांग्रेस के बागी गोपाल गहलोत, सीएल प्रेमी, बलराम चौधरी, कृपाराम सोलंकी, सयंम लोढ़ा, ब्रह्मदेव कुमावत, डॉ. चंद्रशेखव वैद्य, नाथूराम सिनोदिया का नाम शामिल है। वहीं बीजेपी के बागी सुरेंद्र गोयल, लक्ष्मीनारायण, देवेंद्र कटारा, नवरत्न सिंह, हेमसिंह भड़ाना, राजकुमार रिणवा के अलावा कई अन्य नाम भी शामिल है।
दरअसल, गोपाल गहलोत ने बीकानेर, सीएल प्रेमी ने केशोरायपाटन, बलराम चौधरी ने सिवाना, कृपाराम सोलंकी ने नागौर, सयंम लोढ़ा ने सिरोही, डॉ. चंद्रशेखव वैद्य ने तारानगर, नाथूराम सिनोदिया ने किशनगढ़ से पर्चा भरा है। वहीं बीजेपी के मंत्री सुरेंद्र गोयल ने जैतारण, हेमसिंह भड़ाना ने थानागजी, राजकुमार रिणवा ने रतनगढ़, धनसिंह रावत ने बांसवाड़ा और ओमप्रकाश हुडला ने महुवा से पर्चा दाखिल किया है। इसके अलावा विधायक भवानीसिंह रजावत ने लाडपुरा, अल्का सिंह ने मालपुरा, किशनाराम नाई ने श्रीडूंगरगढ़, झानदेव आहूजा ने सांगानेर, अनिता कटारा ने डूंगरपुर, नवनीतलाल निनामा ने घाटोल, गीता वर्मा ने सिकराय से पर्चा भरा है।