हिसार

मां भ्रामरी देव बनभौरी धाम में शतचण्डी हवन का आयोजन

हिसार,
निकटवर्ती गांव बनभौरी स्थित मां भ्रामरी देवी बनभौरी धाम में ट्रस्ट द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 7 दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन जारी है। आज धाम में ट्रस्ट के महाप्रबंधक सुरेंद्र कौशिक ने ट्रस्ट के पदाधिकारियों व श्रद्धालुओं के बीच व देश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे प्रमुख संतों के पावन सानिध्य में सर्व मंगलकामना हेतु व जगत के कल्याण के लिए विद्वान ब्राह्मणों द्वारा शत चण्डी महायज्ञ करवाया। यज्ञ की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए महान संतों ने बताया कि हिन्दू धर्म में हवन को शुद्धीकरण माना गया है। इसके अलावा कुण्ड से पवित्र अग्रि प्रज्जवलित कर ईश्वर की उपासना व उन्हें प्रसन्न किया जाता है। मनुष्य जीवन में यज्ञ और हवन का बहुत महत्व बताया गया है। यज्ञ से देवी देवताओं की पूजा अर्चना ही नहीं बल्कि हवन यज्ञ से प्रदूषित वातावरण को भी शुद्ध किया जाता है। हवन भी एक चिकित्सा पद्धति मानी गई है और हवन यज्ञ के माध्यम से विभिन्न बीमारियों का इलाज किया जाता है। यज्ञोपैथी का पुराना वैदिक इतिहास है और जब चिकित्सा की अन्य पद्धतियां मौजूद नहीं थी तो यज्ञ हवन आदि से ही वातावरण को बीमारी रहित बनाया जाता था। यज्ञ हमारे ऋषि-मुनियों की ऐसी चमत्कारी पद्धति है जिसे यदि नियमित रूप से किया जाए तो न केवल हमारे देवता प्रसन्न होंगे बल्कि हमारे चारों ओर का वातावरण सकारात्मकता से भरा व स्वच्छ होगा। इसलिए प्राचीन समय में ऋषि-मुनि नियमित रूप से हवन-यज्ञ करते थे। हवन करने से न सिर्फ भगवान ही खुश होते हैं बल्कि घर की शुद्धि भी हो जाती है। भारतीय संस्कृति के निर्माताओं ने यज्ञ को पिता और गायत्री को माता माना है। गायत्री को साक्षात ईश्वर माना गया है क्योंकि भगवान कहते हैं कि गायत्री मंत्र के रूप हम ही हैं। गायत्री मंत्र को मंत्रों का राजा माना गया है और जितनी उर्जा इसके उच्चारण से निकलती है उतनी अन्य किसी मंत्र से नही निकलती है। उसके उपरांत सभी ने पूर्ण आहूति दी। इस मौके पर अलग-अलग क्षेत्रों से पहुंचे 1100 ब्राह्मणों का ट्रस्ट द्वारा विधिवत रूप से पूजन किया गया व उनका सम्मान किया गया। ट्रस्ट के महाप्रबंधक ने आए हुए अतिथियों को ट्रस्ट की ओर से सम्मानित किया।
इस मौके पर रामचंद्रगिरी, महाराज महंत डेरा काकड़ोद मुख्य रूप से उपस्थित हुए। वहीं चेयरमैन सत्यवीर कौशिक, महासचिव शिव कुमार, वाइस चेयरमैन राजेश कौशिक, महंत रामनिवास कौशिक, महंत श्यामलाल कौशिक, नरेश ब्रह्मचारी, नरेंद्र शास्त्री आदि भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

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