तालमेल कमेटी ने बैठक कर 15 जनवरी को एक दिन का सांकेतिक धरना देने का लिया निर्णय
हिसार,
रोडवेज की हिसार डिपो की तालमेल कमेटी की बैठक रोडवेज कर्मचारी यूनियन कार्यालय में हुई। बैठक में राजपाल नैन, सूरजमल पाबड़ा, अरूण शर्मा, राजकुमार चौहान,रणबीर सोरखी, रमेश यादव, राजबीर पेटवाड, विजय सिवाच, अजमेर सावंत, राजू बिश्नोई आदि मौजूद थे। बैठक में डिपो महाप्रबंधक पर रोडवेज के डिपो कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं के समाधान नहीं करने को लेकर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया गया। बैठक में महाप्रबंधक की तानाशाही व भेदभाव पूर्ण की जा रही कार्यवाही के विरोध में तथा लंबित मांगों के समाधान की मांग पर 15 जनवरी को एक दिन का सांकेतिक धरना देने का निर्णय लिया गया।
बैठक में तालमेल कमेटी नेताओं ने कहा कि डिपो महाप्रबंधक की कार्यप्रणाली पूरी तरह से नकारात्मक व भेदभावपूर्ण है। उन्होंने कहा कि डिपो के कर्मचारियों की मांगों के समाधान को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है। उन्होंने कहा कि डिपो महाप्रबंधक के इशारे पर कुछ चहेते लोग कार्यालयों में करीब दस माह से फाइलों को दबाए बैठे हैं, परन्तु रोडवेज प्रशासन ऐसे लोगों पर मेहरबान है। उन्होंने बताया कि 2012 के परिचालकों व 1993 के चालकों को एसीपी का लाभ अभी तक नहीं दिया गया है। वर्कशॉप में कार्यरत कर्मचारियों को तकनीकी एसीपी का लाभ देने में आनाकानी की जा रही है सहित कई ऐसी समस्याओं तथा महाप्रबंधक की नकारात्मक कार्यप्रणाली व मनमानी के चलते कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रोडवेज नेताओं ने बताया कि आठ अगस्त को महाप्रबंधक के साथ हुई तालमेल कमेटी की बैठक में 15-20 दिनों में समस्याओं के समाधान करने की बात कही थी। इसके बाद कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान करने का लेकर तालमेल कमेटी ने 21 अगस्त को 21 सूत्रीय मांग पत्र महाप्रबंधक को दिया गया था। महाप्रबंधक द्वारा दिए गए मांग पत्र को गंभीरता से न लेने के कारण तालमेल कमेटी ने धरना प्रदर्शन आदि करके रोष प्रकट किया व 12 सितम्बर को 2 घंटे चक्का जाम का नोटिस दिया। इस पर महाप्रबंधक ने तालमेल कमेटी के साथ बातचीत करने व 15-20 दिनों में समस्याओं के समाधान का आश्वासन देने के बाद तालमेल कमेटी ने उपरोक्त चक्का जाम करने के फैसले को स्थगित कर दिया।
इसके बाद भी कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया गया। इसको लेकर तालमेल कमेटी अक्तूबर माह में 13 दिन क्रमिक अनशन किया और इसको लेकर 27 अक्तूबर को डिपो में दो घंटे का चक्का जाम करने की चेतावनी दी। इसके बाद रोडवेज प्रशासन ने कर्मचारियों की सभी समस्याओं को जायज माना तथा महाप्रबंधक स्तर की समस्याओं के समाधान करने का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी रोष है। इसी को देखते हुए तालमेल कमेटी ने 15 जनवरी शुक्रवार को डिपो महाप्रबंधक की तानाशाही व भेदभावपूर्ण की जा रही कार्यवाही के विरोध में तथा लंबित मांगों के समाधान की मांग को लेकर 15 जनवरी को एक दिन का सांकेतिक धरना देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी मांगों व समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो तालमेल कमेटी कठोर कदम उठाने को मजबूर होगी, जिसकी जिम्मेवारी डिपो महाप्रबंधक व प्रशासन की होगी।