आदमपुर,
आदमपुर में सरकारी काम का ठेके लेने वाले ठेकेदार का अपहरण कर मारपीट करने और कंरट लगाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि अपहरणकर्ताओं ने उसके मुंह में भैंस का गोबर भी डाला। अपहरणकर्ताओं द्वारा मारपीट का वीडियो भी बनाया गया। ठेकेदार को नाक से जूती भी रगड़वाई गई और थूक चटवाया गया। घटना गांव सदलपुर की है।
आदमपुर थाना पुलिस ने धारा 147, 149, 323, 341, 506, 364, 120B के तहत संतलाल व उसके 2 बेटे और संदीप, विकास, पीके, आत्माराम, विक्रम व नवीन के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ढाणी का रास्ता पक्का न कराने का आरोप
पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित ठेकेदार ने बताया कि वह सरकारी काम का ठेका लेता है। कुछ दिन पहले उसने व सदलपुर निवासी संतलाल ने अपनी 2 ढाणियों में जाने वाले रास्ता को सरकार द्वारा पक्का करने के बारे में दरख्वास्त लगाई थी। सरकार ने उसकी ढाणी को जाने वाले रास्ते को मंजूर कर दिया। लेकिन, संतलाल की ढाणी को जाने वाले रास्ता को मंजूरी नहीं मिली। इस बात को लेकर संतलाल रंजिश रखने लगा।
गाड़ी रोककर किया अपहरण
शिकायतकर्ता ने बताया कि 22 सिंतबर को शाम करीब 4:50 बजे वह और सदलपुर निवासी दिलबाग कार में सवार होकर आदमपुर से गांव कोहली जा रहे थे। जब हम गांव कोहली से अग्रोहा की तरफ एक किलोमीटर पहुंचे तो एक ऑल्टो कार हमारी कार के आगे लगा दी, जिसमें संतलाल का बेटा व संदीप और एक लड़का कार से उतरे और उसके साथ मारपीट करते हुए अपनी कार में बैठा लिया।
कमरे में बंद कर बेल्टों से पीटा, मुंह में डाला गोबर
शिकायतकर्ता ने बताया कि जब गाड़ी गांव खजूरी के पास पहुंची तो उन्होंने उसकी आंखों पर पट्टी बांध दी और एक अनजान जगह ढाणी में ले गए। उसे एक कमरे में बैठा दिया। इस दौरान वहां पर विकास, पीके व सदलपुर निवासी संतलाल का छोटा लड़का और चार अन्य पहले से ही मौजूद थे। जिन्होंने उसे बेल्टों से पीटा, बिजली का करंट लगाया व मुंह मे भैंस का गोबर डाला।
कोरे कागज पर करवाया साइन
इसके बाद विकास, नवीन व एक अन्य लड़का गाड़ी में डालकर उसे संतलाल की ढाणी में सदलपुर ले गए। वहां पर संतलाल व आत्माराम मौजूद थे। वहां पर संतलाल के छोटे लड़के व पीके ने मेरे कोरे कागज पर साइन करवाए व मारपीट की। मेरी वीडियो बनाई। शिकायतकर्ता ने बताया कि आत्माराम ने धमकी दी, अगर पुलिस को सूचना दी तो जान से मार देंगे।
फिर आत्माराम व संतलाल के छोटे लड़के और पीके उसे गाड़ी में बैठाकर ले गए और लक्ष्मी भट्टा शेखुपुर रोड पर उतार दिया और भाग गए।