हिसार,
केन्द्र सरकार की ओर से पेश किया गया बजट गरीब-अमीर तथा (ग्रामीण-शहरी क्षेत्र) की खाई को और बढ़ाने वाला सिद्ध होगा।
यह बात हकृवि के फॉर्मर प्रोफेसर एंड हैड डिपार्टमेंट ऑफ एक्सटेंशन एसोसिएशन डायरेक्टर एक्सटेंशन एंड टेक्नीकल एडवाइजर वीसी एचएयू प्रो. नेपाल सिंह वर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान बजट किसान समुदाय को और पीछे धकेल देगा क्योंकि खेती की मूलभूत आवश्यकताओं की अनदेखी की गई है तथा घिसी पिटी घोषणाएं(ऋण प्रशिक्षण इत्यादि) निरर्थक सिद्ध होंगी। आम आदमी किसान समुदाय तथा मिडिल क्लास की आमदनी में बढ़ोतरी नहीं होने से कोई मांग बढने वाली नही है। इस लिये बजट से महंगाई बेलगाम होकर और बढ़ेगी। लोअर मिडिल इन्कम ग्रुप में एक हताशा का माहौल बना है ना तो उनको इनकम टैक्स में कोई छूट दी गई ना ही उनकी आमदनी मे बढ़ोतरी की कोई योजना सामने आयी है। बजट के ऊपर कारपोरेट जगत का कब्जा और मजबूत हुआ है। क्रिप्टो करंसी को टैक्स के दायरे में लाने से मनी लॉन्ड्रिंग को बढ़ावा मिलेगा। कुल मिलाकर कर बजट किसान, कामगार, मजदूर तथा गरीब व ग्रामीण क्षेत्र के लिए निराशाजनक है।