जीवनशैली

धर्म

ओशो:कठोपनिषद

फ्रायड जैसे मनोवैशानिक तो कहते हैं कि परमेश्वर की धारणा पिता की धारणा का ही विस्तार है, उसका ही प्रक्षेप है। जो बच्चे पिता के...
धर्म

परमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—31

Jeewan Aadhar Editor Desk
एक बहुत अमीर बूढ़ा आदमी था। उसे अपने चित्र बनाने का बहुत ज्यादा शौंक था। एक बार उसने एक चित्रकार से अपना चित्र बनाने के...
धर्म

ओशो: द पैशन फॉर द इम्पॉसिबल

सुबह उठते ही पहली बात, कल्पना करें कि तुम बहुत प्रसन्न हो। बिस्तर से प्रसन्न-चित्त उठें – आभा-मंडित, प्रफुल्लित, आशा-पूर्ण – जैसे कुछ समग्र, अनंत...
धर्म

परमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—28

Jeewan Aadhar Editor Desk
बहुत समय पहले की बात है। एक बहुत बड़ा और घना जंगल हुआ करता था। गर्मियों के दिन थे जंगल में जानवरों की पहल कदमी...
धर्म

परमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—27

Jeewan Aadhar Editor Desk
एक समय की बात है के एक गांव में एक किसान रहता था जिसके दो पुत्र थे कर्म और धर्म। कर्म अक्सर बहुत ज्यादा मेहनत...