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कश्मीर में शांति महज 10 कदमों की दूरी पर

कश्मीर अशांत है। सैंकड़ों युवा पत्थरबाजी में शामिल है। कारण महज 10 आतंकवादी है। केवल 10 आतंकियों के नेटवर्क ने कश्मीर घाटी में अशांति फैला रखी है। भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस लगातार इन 10 मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की तलाश कर रही है। इनमें से 1 आतंकी को सेना पिछले सप्ताह घेर भी लिया था, लेकिन वो चकमा देकर फरार हो गया था।
कश्मीर घाटी के इन 10 बड़े आतंकियों में अबू दुजाना उर्फ हाफिज,जाकिर रशीद भट्ट उर्फ मूसा,अबु हमास,शौकत अह तक हुजैफा,अल्ताफ दार ऊर्फ कचरू,जुनेद अह मट्टू उर्फ कंड्रू,रियाज अह नाइकू उर्फ जुबैर, सद्दाम पद्दार उर्फ जैद,वासिम अह उर्फ ओसामा तथा बशीर अह वाणी उर्फ लश्कर शामिल है।
1. अबू दुजाना उर्फ हाफिज – गिलगित का रहने वाला दुजाना उर्फ हाफिज बीते तीन साल से कश्मीर में सक्रिय है। अगस्त 2015 में जम्मू-श्रीनगर हाईपे पर ऊधमपुर के निकट बीएसएफ के काफिले पर हमले के बाद उसका नाम मुख्य साजिशकर्ता अबु कासिम के साथ आया था। कासिम के मारे जाने के बाद लश्कर ने उसे दक्षिण कश्मीर का डिवीजनल कमांडर व हाईवे स्क्वाड का चीफ बनाया था।
डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल दुजाना को बीते एक साल के दौरान श्रीनगर से अनंतनाग के बीच हाईवे पर हुए हमलों का सूत्रधार माना जाता है। उसके जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ने पर 12 लाख का ईनाम है। पिछले हफ्ते सुरक्षा बलों ने उसे घेर लिया था, लेकिन वह किसी तरह बच निकलने में कामयाब रहा।
2. जाकिर रशीद भट्ट उर्फ मूसा- बुरहान वानी की मुठभेड़ में हुई मौत के बाद जाकिर रशीद भट्ट उर्फ जाकिर मूसा को घाटी में हिज्बुल मुजाहिद्दीन का नया कमांडर बनाया गया था। जाकिर मूसा जितनी तेजी से हिज्बुल का नया चेहरा बनकर सामने आया था वहीं अब वह हिज्बुल से दूर होता जा रहा है। दरअसल जाकिर हिज्बुल से भी आगे जाकर कश्मीर को भारत से अलग करन की नहीं बल्कि वहां पर इस्लामिक शरिया लाने की बात करता है। जाकिर ने कुछ अलगाववादी नेताओं को श्रीनगर के लाल चौक पर सिर कलम करके, उन्हें मारने की धमकी दी थी जिसके बाद हिज्बुल ने जाकिर से दूरियां बना ली है। जाकिर ने उन अलगाववादी नेताओं को मारने की धमकी दी थी जिनकी नजर में कश्मीर एक राजनीतिक मसला है। वहीं जाकिर का मानना है कि कश्मीर कोई राजनीतिक नहीं बल्कि एक इस्लामिक राज्य स्थापित करने की लड़ाई है।
डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल जाकिर मूसा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुका है। चंडीगढ़ कॉलेज से वह सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था लेकिन 2013 में उसने पढ़ाई छोड़ दी और वापिस पुलवामा में अपने गांव नूरपुर चला गया था। जाकिर एक पढ़े-लिखे सशक्त परिवार से भी आता है। उसके सभी भाई-बहन डॉक्टरी या मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़कर जाकिर हिज्बुल में शामिल हो गया था। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में बैठे हिज्बुल के आकाओं का मानना है कि सुरक्षा बलों को सबजार भट्ट की खबर इसी ने दी थी।
3. अबु हमास: डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल अबु हमास पाकिस्तानी नागरिक हमास जैश-ए-मोहम्मद का डिवीजनल कमांडर है।
4. शौकत अह तक हुजैफा: यह पुलवामा में लश्कर का जिला कमांडर है. शौकस अह तक हुजैफा भी डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल है।
5. अल्ताफ दार ऊर्फ कचरू: डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल यह कुलगाम में हिज्बुल का जिला कमांडर है।
6. जुनेद अह मट्टू उर्फ कंड्रू: लश्कर आतंकी श्रेणी-A के तहत आता है।
7. रियाज अह नाइकू उर्फ जुबैर: डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल यह पुलवामा में हिज्बुल का जिला कमांडर है।
8. सद्दाम पद्दार उर्फ जैद : डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल जैद शोपियां में हिज्बुल का जिला कमांडर।
9. वासिम अह उर्फ ओसामा: डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल वासिम शोपियां में लश्कर कमांडर के रुप में काम कर रहा है।
10. बशीर अह वाणी उर्फ लश्कर: अनंतनाग में लश्कर का जिला कमांडर के रुप में काम करने वाला बशीर अह वाणी उर्फ लश्कर डबल प्लस ए श्रेणी के आतंकियों में शामिल है।

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