अहमदाबाद,
गुजरात में दूसरे चरण की वोटिंग आज चल रही है। दूसरे चरण में 851 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 782 पुरुष और 69 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। पहले चरण के लिए 9 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। पहले चरण में 66.75 फीसदी वोटिंग हुई थी। आज 14 जिलों में 93 सीटों पर वोटिंग हो रही है। 53 प्रतिशत मतदाता 18 से 40 साल के बीच के है। 93 सीटों पर 2.22 करोड़ मतदाता है, ये मतदाता 25,558 पोलिंग स्टेशन पर मतदान कर रहे है। आज भाजपा के 93, कांग्रेस के 91, बसपा के 75, राकांपा के 28, निर्दलीय 250 और 314 अन्य उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला हो रहा है। मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच है। भाजपा की नजर शहरी वोटरों पर टीकी है, वहीं कांग्रेस को पाटीदार—ठाकोर समुदाय में आशा की किरण नजर आ रही है। जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार
पाटीदार-ठाकोर आंदोलन का केंद्र रहे नॉर्थ गुजरात और शहरी विधानसभा क्षेत्रों वाले सेंट्रल गुजरात में गुरुवार को वोटिंग है और इन दोनों इलाकों में बीजेपी की मजबूत पकड़ मानी जाती है। कांग्रेस की उम्मीदें चरोतर क्षेत्र के अपने पारंपरिक वोट बैंक, सत्ता विरोधी लहर, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर पर टिकी हैं। जीवन आधार न्यूज पोर्टल के पत्रकार बनो और आकर्षक वेतन व अन्य सुविधा के हकदार बनो..ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
चरोतर सेंट्रल गुजरात के आणंद वाले इलाके को ही कहा जाता है। दूसरी तरफ, बीजेपी मान कर चल रही है कि सेंट्रल गुजरात के शहरी इलाकों में उसके पक्ष में समर्थन बना रहेगा और नॉर्थ गुजरात में गैर-पाटीदार और ओबीसी वोटर एकजुट होकर उसके पक्ष में वोट डालेंगे।
इन इलाकों के कई मौजूदा विधायक कांग्रेस के थे, जिनमें से कई अब बीजेपी में जा चुके हैं। ओबीसी के प्रभुत्व वाले बनासकांठा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो रैलियां कर चुके हैं। एक बीजेपी नेता ने बताया, ‘हमारे लिए यह अच्छा है। कांग्रेस ने सभी नए चेहरे उतारे हैं। उन्हें संगठन से भी कम ही सपोर्ट हासिल है। हमारा जमीनी स्तर पर किया गया काम और हमने जो भाईचारा से जुड़ी बैठकें की हैं, उससे दूसरे समुदाय के लोग हमें वोट करने के लिए आगे आएंगे।’ पार्ट टाइम नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में पाटीदार वोटरों को एकजुट करने के लिए हार्दिक पटेल (पाटीदार अनामत आंदोलन समिति, पीएएएस) के सैकड़ों कार्यकर्ता नॉर्थ गुजरात गए थे।
प्रधानमंत्री का गृहनगर वडनगर भी पाटीदारों के आंदोलन के गढ़ मेहसाणा जिले में है, जहां सात विधानसभा सीटें हैं। नॉर्थ गुजरात के छह जिलों बनासकांठा, पाटन, साबरकांठा, मेहसाणा, गांधीनगर और अरावली में पटेल निर्णायक साबित हो सकते हैं। कांग्रेस को खासकर लेउवा पटेल के समर्थन का पूरा भरोसा है, जिनकी चरोतर क्षेत्र (आणंद) में अच्छी संख्या है।
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