अंबाला,
सूबे के मुखिया मनोहर लाल स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आवास पर पहुंचे। इस दौरान भूकंप की मॉक ड्रिल का हूटर बजने लगा। आनन—फानन में सभी लोग इधर—उधर दौड़ने लगे। एक कर्मचारी जीमन पर गिर गया। सीएम मनोहर लाल ने उसे संभालने की कोशिश की। बाद में सहायता के लिए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज सीएम सुरक्षा में लगे जवान भी आगे आए। नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।
मॉक ड्रिल के दौरान अस्थाई अस्पताल में लोगों लंबी लाइन लग गई। भूकंप पीड़ितों को प्राथमिक चिकित्सा देने में डाक्टर, नर्स और दूसरी टीमें लगी हुई दिखाई दी। पुलिस के जवान बड़ी इमारतों में फंसे लोगों को नीचे उतारते हुए नजर आए।
अग्निशमक विभाग के कर्मचारी मलबे को हटाकर घायलों को निकाल रहे थे। चारों तरफ एंबुलेंस और अग्निशमक वाहनों के सायरन बज रहे थे। करीब 15 मिनट तक चली मॉक ड्रिल में सीएम से लेकर सफाई कर्मचारी ने भाग लेकर साफ किया कि त्रासदी के समय सबको मिलकर एकजुट होकर मानवता के लिए काम करना होता है।
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ध्यान रहे आज पूरे प्रदेश में जिलास्तर पर भूकंप की स्थिती से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारी करना है। पिछले कुछ सालों में विश्वभर में भूकंप से कई जाने गई है। ऐसे में समय—समय पर इस प्रकार की मॉक ड्रिल होने से प्रशासन और आमजन में प्राकृतिक आपदा से निपटने की क्षमता बढ़ जाती है। कम नुकसान में प्राकृतिक आपदा के समय किस प्रकार कार्य करना चाहिए—यही सब मॉक ड्रिल के जरिए समझने और समझाने का प्रयास किया गया है।
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स्वास्थय मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्राकृतिक आपदा कभी भी कहीं पर भी आ सकती है। इस पर इंसान का कोई कंट्रोल नहीं है। लेकिन प्राकृतिक आपदा को लेकर यदि प्रशासन और आमजन सर्तक और सजग रहे तो नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आज की मॉक ड्रिल का उद्देश्य भी भूकंप आने की स्थिती में जानमाल की सुरक्षा कैसे हो और आमजन को जल्द से जल्द सहायता और स्वास्थ्य सेवा कैसे मिल सकती है—इसे सुनिश्चित करना है।