जीन्द,
अखिल भारतीय व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में व्यापारियों की मीटिंग ली। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। प्रदेश में हर रोज व्यापारी, उद्योगपति व आम जनता से लूटपाट, चोरी, हत्या, फिरौती के अलावा बच्चियों व महिलाओं के साथ रेप की वारदात हो रही है।
हालात ये है कि आज बच्चे स्कूल में जाते हुए भी ड़रते हैं। केन्द्रीय क्राईम ब्यूरो ने हरियाणा को अपराध के मामले में अव्वल नम्बर बताया है। यह हरियाणा सरकार के लिए बड़ी शर्म की बात है। जिस प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई हो, उस राज्य में व्यापार व उद्योग को कैसे बढ़ावा मिल सकता है। नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।
राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद देश व प्रदेश में पहले ही व्यपार व उद्योग काफी प्रभावित हुआ है। पहले कपड़ा, चीनी, खाद, खेती में उपयोग आने वाली दवाई आदि काफी वस्तुओं पर टैक्स नहीं था। लेकिन अब इन पर जीएसटी लगा दिया है। जिन वस्तुओं पर टैक्स 5 व 12.5 प्रतिशत था, उन वस्तुओं पर 18 व 28 प्रतिशत टैक्स लगा दिया। जो व्यापारी एक टैक्स रिर्टन तीन महीने में भरता था, उसे एक महीने में तीन रिर्टन भरने का जटील कानून बना दिया गया। हालात ये है कि वकील, सीए व अकाउन्टैंट को जीएसटी रिर्टन भरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आम व्यापारी व उद्योगपति अपना व्यापार कैसे ठीक ढंग से कर सकता है।जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय वित्तमन्त्री अरूण जेटली का यह ब्यान देना कि पैट्रोल व डीजल को जीएसटी के दायरे में लाऐंगे तथा आम उपयोग में आने वाली वस्तुओं पर 28 प्रतिशत जीएसटी है, उसे खत्म किया जाएगा—ये साबित करता है कि वित्तमन्त्री खुद मान रहे हैं की जीएसटी में टैक्स की दरें ज्यादा हैं। उन्होंने मांग की है कि जीएसटी कानून प्रणाली को सरल बनाया जाए। इस अवसर पर व्यापार मण्डल प्रदेश प्रचार मंत्री महावीर कम्प्यूटर, व्यापार मण्डल शहरी प्रधान ईश्वर बंसल, व्यापार मंडल जिला उपप्रधान राधे श्याम जिन्दल, जितेन्द्र जैन, महासचिव कृष्ण परूथी, प्रदेश संगठन मंत्री राजेन्द्र बंसल, सचिव सुरेन्द्र गर्ग, प्रवीन सिंगल, रोहित जैन आदि व्यापारी नेता भारी संख्या में मौजूद थे।
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