हिसार,
रोड पर चलते समय मत करो मस्ती, जिंदगी नहीं है इतनी सस्ती और सावधानी बरतें, सुरक्षित घर पहुंचें जैसे नारे आज सड़क पर हर किसी का ध्यान आकर्षिकत कर रहे थे। मौका था एनएसएस व एनसीसी के विद्यार्थियों द्वारा निकाली गई सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली का। जागरूकता रैली को अतिरिक्त उपायुक्त एएस मान ने लघु सचिवालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और युवाओं से आह्वान किया कि वे स्वयं सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति सजग रहते हुए दूसरों को भी इनके बारे में जागरूक करें ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि जीवन बहुत कीमती है और इसे किसी भी कीमत पर लापरवाही के चलते सड़क दुर्घटनाओं की भेंट नहीं चढऩे देना चाहिए। जब किसी व्यक्ति की सड़क दुर्घटना से मृत्यु होती है तो उसके अपनों पर क्या गुजरती है, यह केवल पीडि़त परिवार ही समझ सकता है। परिवार के किसी व्यक्ति का मामूली लापरवाही से दुर्घटना का शिकार होकर दुनिया छोड़ जाना बहुत पीड़ादायक होता है और हम सभी को यह प्रयास करना चाहिए कि वाहन चलाते समय हम ऐसा कोई मौका पैदा न होने दें जिससे दुर्घटना की आशंका पैदा हो।
उन्होंने जागरूकता रैली में शामिल विद्यार्थियों के सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति ज्ञान की भी जानकारी ली और विद्यार्थियों से वाहन चलाते समय बरती जाने वाली सावधानियों के विषय में पूछा। विद्यार्थियों द्वारा सवालों के सही जवाब देने पर अतिरिक्त उपायुक्त ने उनकी सराहना की और उन्हें सड़क सुरक्षा के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया।
एडीसी मान ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के प्रति काफी गंभीर है और इसके लिए कानूनों को भी कड़ा किया गया है। अब यातायात नियम तोडऩे वालों के खिलाफ जुर्माना राशि में बढ़ोतरी की गई है और सजा को भी कड़ा किया गया है। बार-बार नियम तोडऩे पर ड्राइविंग लाइसेंस को सस्पेंड तथा रद्द करने से भी लोगों में कानून के प्रति भय पैदा हुआ है जिसके फलस्वरूप भी सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है लेकिन हमें इसे बिल्कुल शून्य पर लेकर जाना है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने आमजन से आह्वान किया कि वे स्वयं सुरक्षित रहने के लिए नियमों की पालना करने की आदत डालें। दोपहिया वाहन चलाते समय हैल्मेट पहनें और कार चलाते समय सीट बेल्ट जरूर लगाएं। इसके साथ ही वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात न करें तथा शराब पीकर तो वाहन बिल्कुल न चलाएं। उन्होंने कहा कि हमें 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को वाहन चलाने की इजाजत नहीं देनी चाहिए। इसी प्रकार ट्रैफिक लाइट, रिफलेक्टर, सांकेतिक पट्टी सहित अन्य नियमों की भी पालना करनी चाहिए।
जागरूकता रैली लघु सचिवालय से शुरू होकर फव्वारा चौक पहुंची। इसके बाद यह यू टर्न लेकर वापस राजकीय महाविद्यालय पहुंची। राजकीय महाविद्यालय के एनएसएस व एनसीसी के विद्यार्थियों के साथ-साथ महाविद्यालय के प्रो. विनोद प्रकाश, प्रो. गोविल, कुमारी सरोज, सविता नैन, जिला आपदा प्रबंधन से वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी पूनिया दहिया, ट्रैफिक एसएचओ प्रह्लाद सिंह, रोड सेफ्टी एसोसिएट सूरज कुमार, ट्रांस्पोर्ट इंस्पेक्टर संजीव कौशिक सहित अन्य अधिकारियों ने भी रैली में शिकरत करते हुए लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक किया।