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रोहतक
शुक्रवार को कबीर जयंती के मौके पर रोहतक के पशु मेला ग्राउंड में लाखों की संख्या में संत रामपाल समर्थक पहुंचे। कार्यक्रम में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल, छत्तीसगढ़, नेपाल, महाराष्ट्र और बिहार से समर्थक पहुंचे। संत रामपाल कबीरपंथी धारा के संत है, ऐसे में कबीर जयंती को उनके समर्थक महोत्सव के रुप में मनाते है।
संत रामपाल के हिसार जेल में होने के चलते महोत्सव में उनका संदेश भी पढ़कर सुनाया गया। जिसमें कहा गया कि सरकारों ने उन्हें व उनके अनुयायियों को बार-बार मरवाने का प्रयास किया, लेकिन हम जिंदा हैं। करौंथा और बरवाला में साजिश रचकर बदनाम किया गया, लेकिन जिसने भी गलत किया उनका विनाश हुआ है।
300 हलवाइयों ने बनाए हैं 36 तरह के व्यंजन
काफी समय इस महोत्सव की तैयारियां चल रही थी। महोत्सव में 300 हलवाइयों ने शुद्ध देसी घी से 36 तरह के व्यंजन तैयार किए। इसके अलावा 35 एकड़ में वाटरप्रूफ एंड हीट प्रूफ पंडाल की व्यवस्था दिल्ली के कुशल कारीगरों द्वारा की गई।
बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
महोत्सव को लेकर आयोजकों का दावा है कि इसमें करीब 1 लाख 52 हजार स्वयंसेवकों की ड्यूटी लगाई है और 20 लाख लोगों के बैठने और खाने—पिने की व्यवस्था की पई है। वहीं किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रोहतक के पास के जिलों झज्जर, दादरी, भिवानी, सोनीपत आदि स्थानों से भी फोर्स मंगाई गई है।
पूरे आयोजन पर करोड़ों का खर्च
महोत्सव के लिए काफी समय से तैयारी चल रही थी। लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं के खाने—पिने और बैठने का काफी पुख्ता प्रबंध किए गए थे। महोत्सव को देखकर साफ पता चलता है कि इसमें करोड़ों रुपए खर्च किए गए।
रेलवे को हुआ लाभ
संत रामपाल के अधिकतर शिष्य दूसरे राज्यों से रेल द्वारा ही आते है। ऐसे में रेलवे को इस महोत्सव के आयोजन से काफी अच्छी आमदनी हुई है।