हरियाणा हिसार

लाखों का घाटा खाकर अधिकारियों की अकल आई ठिकाने, हिसार डिपो का चक्का जाम खुला

हिसार
लाखों रुपए का घाटा खाने और हजारों यात्रियों को दो दिनों तक परेशान रखने के बाद प्रशासन को रोडवेज यूनियनों की मांग के आगे झुकना ही पड़ा। हिसार रोडवेज कर्मचारियों ने दो दिनों तक सफल चक्का जाम करके प्रशासन को अपनी एकता और शक्ति का परिचय दिया। आखिरकार अधिकारियों को शुक्रवार को कर्मचारियों को बातचीत के लिए बुलाना पड़ा और उनकी मांगों को मानना ही पड़ा। इसके बाद देर शाम चक्का जाम समाप्त करने की घोषणा की गई।
इस पर बनी सहमति
अधिकारियों ने पहले चरण की बातचीत में रोडवेज यूनियन के नेताओं से कहा कि वे चक्का जाम समाप्त कर दे, अब से नई पॉलसी के तहत चलने वाली कोई भी नीजि बस बूथ पर नहीं लगेगी। लेकिन रोडवेज यूनियन नेताओं ने अधिकारियों के इस प्रस्ताव को एकमत होकर ठुकरा दिया। रोडवेज यूनियन के डिपो प्रधान रामसिंह बिश्नोई ने बताया कि उनकी शुरु से ही एक ही मांग थी कि नई पॉलसी के तहत चलने वाली कोई भी नीजि बस आ तो बस स्टैंड मेंं प्रवेश करे और ना ही बस अड्डे के 50 मीटर के बाहर के क्षेत्र से सवारियां उठाए। काफी देर तक चली बातचीत के दौरान उनकी मांग को मान लिया गया है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि नई पॉलसी के तहत चलने वाली कोई भी नीजि बस यदि बस अड्डे के 50 मीटर के बाहर के क्षेत्र मेंं भी दिखाई देती है तो उस पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जायेगी। इसके बाद चक्का जाम खोलने की घोषणा कर दी गई।
ये था मामला
वीरवार को नई पॉलसी के तहत चलने वाली नीजि बस बूथ नंबर एक पर लगाई गई थी। इसका विरोध करने पर भी बस संचालक नहीं माने। यूनियन नेताओं ने अधिकारियों को इसकी सूचना दी। लेकिन अधिकारियों ने मौके पर पहुंचने में काफी समय लिया। इससे रोडवेज कर्मचारी भड़क गए और उन्होंने अनिश्चितकालिन चक्का जाम करने की घोषणा करके धरना देना शुरु कर दिया।

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