नई दिल्ली,
केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने मिशन 2019 के लिए अभी से चुनावी बिगुल फूंक दिया लगता है। पार्टी तीन दिन में तीन यात्रा शुरू कर रही है, जिसमें चुनाव का एजेंडा भी साफ देखा जा सकता है। मंगलवार को यूपी के अयोध्या से रामेश्वरम के लिए ‘राम राज्य यात्रा’ शुरू हुई तो वहीं राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के लिए बीजेपी ने इंडिया गेट से बुधवार को ‘जल-मिट्टी रथ यात्रा’ का आगाज किया। तीसरी यात्रा के रूप में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज हरियाणा में बाइक रैली निकालने वाले हैं। इन यात्राओं से साफ संकेत हैं कि बीजेपी 2019 के चुनाव में विकास से ज्यादा राष्ट्रवाद, हिंदुत्व और राममंदिर को प्राथमिकता देने वाली है।
शाह की बाइक रैली
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह हरियाणा के जींद से गुरुवार को बाइक रैली करने जा रहे हैं। पार्टी हरियाणा को अपने लिए लकी (शुभ) मानते हुए एक बार फिर यहां से मिशन 2019 का आगाज कर रही है। इससे पहले साल 2013 में नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित होने के बाद हरियाणा के ही रेवाड़ी से भूतपूर्व सैनिकों की रैली के जरिए चुनाव अभियान की शुरुआत की थी। शाह की रैली को देश की सबसे बड़ी बाइक रैली कहा जा रहा है। हरियाणा में करीब 15 हजार पोलिंग बूथ हैं। राज्य के हर बूथ से पांच बाइक और दस व्यक्तियों को रैली में बुलाया गया है। इस तरह से प्रदेश भर से 75 हजार बाइकें और डेढ़ लाख कार्यकर्ता सीधे-सीधे इस रैली में शामिल होंगे।
रामराज्य रथयात्रा
राम मंदिर के लिए 28 साल बाद एक और यात्रा शुरू हुई। मंगलवार को महाराष्ट्र की संस्था श्री रामदास मिशन यूनिवर्सल सोसायटी और विश्व हिंदू परिषद ने ‘राम राज्य यात्रा’ को हरी झंडी दिखाई। देश के 6 राज्यों उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु से होकर ये यात्रा गुजरेगी। यात्रा के लिए विशेष रथ तैयार किया गया है जो प्रस्तावित राम मंदिर की आकृति का है।
श्री रामदास मिशन सोसायटी का कहना है कि वह देश में रामराज्य चाहती है। भगवान राम 14 साल बाद अयोध्या वापस आए थे उसी तरह सरकार को 2019 तक 14 महीने के अंदर अयोध्या में राम मंदिर बनवा देना चाहिए।
अयोध्या से वाराणसी, प्रयाग, चित्रकूट, उज्जैन, नासिक, बदलापुर, बेंगलुरु होते हुए रथ यात्रा रामेश्वरम पर खत्म होगी। संगठन के तिरुवनंतपुरम स्थित मुख्यालय में रथ को सुरक्षित रखा जाएगा। यहां से 2019 में रथ वापस अयोध्या भेजा जाएगा। इस दौरान देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बच चुका होगा। माना जा रहा है कि विहिप की इस यात्रा से राम मंदिर का मुद्दा सियासी एजेंडे में टॉप पर आ जाएगा जो सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए संजीवनी का काम करेगा।
जल-मिट्टी रथ यात्रा
दिल्ली के लालकिले पर बीजेपी ने राष्ट्र रक्षा महायज्ञ की योजना बनाई है। इस महायज्ञ से पहले बुधवार को ‘जल-मिट्टी रथ यात्रा’ रवाना की गई जिसे खुद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हरी झंडी दिखाई। ये यात्रा प्रतीकात्मक है। इसके जरिए कश्मीर, डोकलाम, सियाचीन, वाघा बॉर्डर और पुंछ की सीमाओं और चारों धाम ( बद्रीनाथ, द्वारका,जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम) से मिट्टी पानी इकट्ठा कर 108 यज्ञ कुंडों का निर्माण किया जाएगा। यात्रा के कर्ताधर्ता बीजेपी नेता महेश गिरी ने कहा, देश की सीमाओं पर तैनात हमारे वीर जवानों और उनके त्याग एवं संघर्षों की भावनाओं के मद्देनजर ‘राष्ट्र रक्षा महायज्ञ’ का आयोजन किया जा रहा है।
‘जल-मिट्टी रथ यात्रा’ के जरिए देश भर से जल-मिट्टी एकत्र कर बीजेपी दिल्ली के लाल किले में राष्ट्रीय रक्षा महायज्ञ का आयोजन करेगी। अगले महीने 18 से लेकर 25 मार्च तक चलने वाले राष्ट्रीय रक्षा महायज्ञ में 108 यज्ञ कुंड में 1111 ब्राह्मण 2.25 करोड़ मंत्रों का उच्चारण करेंगे। माना जा रहा है कि बीजेपी महायज्ञ के बहाने 2019 का चुनावी बिगुल फूंक रही है। इस यज्ञ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल हो सकते हैं।
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