नई दिल्ली,
दिल्ली-NCR समेत पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया है। राजस्थान, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में आए तूफान और बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कई राज्यों में जनधन की काफी हानि हुई है।
राजस्थान में भीषण तूफान और बारिश के चलते कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग घायल हो गए। आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश और आंधी की वजह से 13 लोगों की जान चली गई और पांच लोग लापता हो गए। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में बिजली और दीवार गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग जख्मी हो गए।
इस बेमौसम बारिश और आंधी-तूफान ने किसानों की भी चिंता बढ़ा दी है। कई इलाकों में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा मंडियों और खेत-खलिहान में रखे अनाज भी भीग गए हैं। बुधवार को दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में धूल भरी आंधी और बारिश के चलते दिन में अंधेरे छा गया। कुछ देर तक आसमान में धूल के सिवाय कुछ नजर नहीं आ रहा था। लुधियाना समेत कई शहरों में दोपहर डेढ़ बजे इतना ज्यादा अंधेरा छा गया कि गलियों और सड़कों की लाइटें तक जलानी पड़ी। वाहन चालकों को भी हेडलाइट जलानी पड़ी।
दिल्ली-NCR में दोपहर बाद करीब साढ़े चार बजे धूल भरी आंधी चली और फिर शाम को बारिश शुरू हो गई। जहां एक ओर इस बारिश से लोगों को उमस से राहत मिली है, तो दूसरी ओर जनधन की हानि भी हुई है। मौसम के इस बदले मिजाज से कई जगह तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में तापमान गिरकर 31.7 डिग्री सेल्सियस से लेकर 25.7 डिग्री सेल्सियस के बीच आ गया।
उधर, बरसात और तूफान के चलते राजस्थान के भरतपुर में सात, धौलपुर में पांच और अलवर में तीन लोगों की मौत हो गई यानी सिर्फ राजस्थान में ही कम से कम 15 लोगों की मौत हुई, जबकि 50 लोग घायल हो गए। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में चार लोगों की मौत हो गई और दो लोग जख्मी हो गए। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में मूसलाधार बारिश और तूफान की वजह से 13 लोगों की जान चली गई और पांच लोग लापता हो गए।