जयपुर/लखनऊ,
तेज रफ्तार आंधी से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और 200 के करीब लोग घायल हो गए हैं। बीते 48 घंटों में सबसे ज्यादा नुकसान राजस्थान और यूपी में हुआ है। आंधी, बारिश और ओलों की मार से सैकड़ों पेड़ और होर्डिंग गिर गए, जबकि देहात में कई मकानों की छत उड़ गई।आम की 20 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 48 घंटे में फिर तेज हवा के साथ तूफान आएगा। देश के अन्य हिस्सों में भी आंधी-पानी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में करीब 10 लोगों की जान गई है। इनमें पांच की मौत तेलंगाना में बारिश के कारण हुई जबकि आंध्र प्रदेश में भी इतने ही लोग मारे गए। मौसम में यह बदलाव उत्तर पूर्व के राज्यों में भी देखने को मिला है।
#WATCH: Streets of Hyderabad after heavy rain and strong winds lashed the city yesterday. #Telangana pic.twitter.com/D253XjOM4g
— ANI (@ANI) May 4, 2018
क्या है इस आंधी का कारण
बंगाल की खाड़ी में आर्द्रता (Moisture) से उत्तर भारत में बादलों का बनना जारी है। मौसम विभाग की मानें तो इस कारण ही पूर्व और उत्तर भारत में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। दिल्ली-एनसीआर में भी बुधवार और गुरुवार को तेज आंधी के साथ बारिश हुई। विभाग का अनुमान है कि ऐसा मौसम अगले दो हफ्ते तक बना रहेगा। इससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आंधी-पानी की आशंका है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मई की शुरुआत में ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
40 डिग्री के ऊपर पहुंच गया था पारा
आंधी-पानी से जहां एक ओर गर्मी कम हुई है लेकिन तेज हवाओं से काफी नुकसान भी पहुंचा है। हालांकि राजस्थान के कुछ हिस्सों में अभी भी पारा 40 डिग्री के पार बना हुआ है। मध्य भारत के कुछ हिस्सों में भी बेतहाशा गर्मी हो रही है। तटवर्ती इलाकों में बारिश और तूफान चल रहा है। दिल्ली में बीते 24 घंटे में 14.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। तापमान गिरकर 35.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। वहीं न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से नीचे चला गया है।
132 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली थी हवा
मौसम विभाग के मुताबिक तूफान आने का कारण 132 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं का चलना था। बुधवार को आगरा और आसपास के इलाकों में करीब 90 मिनट तक धूल के साथ तेज हवाएं चली। इससे कई जगह मकानों की छत उड़ गई और होर्डिंग ढह गए। तूफान और तेज बारिश के बाद मचे हाहाकार के बाद अफसरों ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और राहत पहुंचाई।