भिवानी,
हरियाणा विद्यालय विद्यालय शिक्षा बोर्ड की मार्च-2018 में संचालित सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा का परिणाम 63.84 फीसदी रहा है तथा स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 47.44 फीसदी रहा है। एक अभूतपूर्व पहल के तहत बोर्ड द्वारा पहली बार प्रमाण-पत्र व रिजल्ट डिजीटल लॉकर में सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया है, जिसे आवश्यकतानुसार बोर्ड की वैबसाईट से डाउनलोड किया जा सकेगा। इससे परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश लेने में परेशानी नहीं होगी।
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इस परीक्षा परिणाम की घोषणा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह एवं बोर्ड सचिव श्री धीरेन्द्र खडग़टा, आई.ए.एस. ने संयुक्त रूप से आज यहाँ बोर्ड मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए की। उन्होंने बताया कि शैक्षिक परीक्षा में 72.38 प्रतिशत कामयाब लड़कियों की तुलना में 57.10 प्रतिशत ही लडक़े सफलता प्राप्त कर सके हैं। इस प्रकार लड़कियों ने लडक़ों से 15.28 फीसदी ज्यादा पास प्रतिशतता देकर बढ़त हासिल की है।
डॉ. सिंह ने बताया कि परीक्षार्थी अपने परीक्षा परिणाम आज 18 मई को सायं 5:00 बजे बोर्ड की वेबसाईट www.bseh.org.in एवं www.indiaresults.com पर देख सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि यह परिणाम बोर्ड द्वारा तैयार करवाई गई मोबाईल एप पर भी देखा जा सकता है। इस मोबाईल एप को गूगल प्ले स्टोर में जाने के बाद “Education Board Bhiwani Haryana” सर्च करते हुए डाऊनलोड किया जा सकता है।
उन्होंने आगे बताया कि तीनों संकाय में प्रथम स्थान पर नवीन, होली चाईल्ड व.मा.वि. सूर्या नगर, हिसार एवं हीना, रा.व.मा.वि. पटेल नगर, हिसार रहे। द्वितीय स्थान पर स्वीटी, गलैक्सी व.मा.वि. बवानिया (महेन्द्रगढ़), गुरमीत, एस.डी. कन्या महाविद्यालय, नरवाना (जींद) तथा तृतीय स्थान पर निशू, रा.क.व.मा.वि. नगूरां (जींद) रहे।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस परीक्षा में विज्ञान संकाय में प्रथम स्थान पर नवीन, होली चाईल्ड व.मा.वि. सूर्या नगर, हिसार एवं हीना, रा.व.मा.वि. पटेल नगर, हिसार ने 491 अंक अर्जित करके प्राप्त किया है। द्वितीय स्थान पर स्वीटी, गलैक्सी व.मा.वि. बवानिया (महेन्द्रगढ़) ने 489 अंक तथा तृतीय स्थान धीरज यादव, बाला जी व.मा.वि. भूंगरका (महेन्द्रगढ़) एवं साहिल, बाबा उडेल देव व.मा.वि. भैणी महाराजपुर (रोहतक) ने 487-487 अंक अर्जित करके पाया है तथा वाणिज्य संकाय में प्रथम स्थान मोनिका, रा.क.व.मा.वि. जाखौली अडा, कैथल ने 484 अंक प्राप्त करके हासिल किया है। जसविंद्र सिंह, नव प्रगति व.मा.वि. मंडी डबवाली, तूषार, आर्य व.मा.वि. नरवाना, मानसी गोयल, जीवन ज्योति ग्लोबल स्कूल, किथवारी (पलवल) इन तीनों विद्यार्थियों ने 483 अंक प्राप्त करके द्वितीय स्थान हासिल किया है। तृतीय स्थान पर लविश, शारदा व.मा.वि. भटटू रोड़, फतेहाबाद एवं अदिति, मावी मार्डन पब्लिक स्कूल, फरीदाबाद एनआईटी रही है, जिसने 482 अंक हासिल किए हैं तथा कला संकाय में गुरमीत, एस.डी. कन्या महाविद्यालय, नरवाना की छात्रा ने 500 में से 489 अंक अर्जित करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है। द्वितीय स्थान पर निशू, रा.क.व.मा.वि. नगूरां (जींद) जिसने 488 अंक प्राप्त किए तथा तृतीय स्थान पर अन्नू, रा.व.मा.वि. सोंगल (कैथल) ने 485 अंक लेकर हासिल किया है।
अध्यक्ष ने बताया कि सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा में 2,22,388 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए थे, जिनमें से 1,41,973 उत्तीर्ण हुए एवं 49,163 परीक्षार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है तथा 31,252 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण रहे हैं। इस परीक्षा में 1,24,242 छात्र बैठे थे, जिनमें 70,936 पास हुए तथा 98,146 प्रविष्ठ छात्राओं में से 71,037 पास हुई।
डॉ. सिंह ने आगे बताया कि इस परीक्षा में राजकीय विद्यालयों की पास प्रतिशतता 63.62 रही तथा प्राईवेट विद्यालयों की पास प्रतिशतता 64.06 रही है। इस परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 64.75 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 62.04 रही है। उन्होंने बताया कि सीनियर सैकेण्डरी परीक्षा के स्वयंपाठी परीक्षार्थियों का परिणाम 47.44 प्रतिशत रहा है। इस परीक्षा में 19,076 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए जिनमें से 9,049 पास हुए।
बोर्ड सचिव धीरेन्द्र खडग़टा, आई.ए.एस. ने बताया कि यह परिणाम आज 18 मई को सायं 5.00 बजे से संबंधित विद्यालयों/संस्थाओं द्वारा बोर्ड की वेबसाईट पर जाकर अपनी यूजर आईडी व पासवर्ड द्वारा लॉगिन करते हुए डाऊनलोड भी किया जा सकेगा। कोई विद्यालय अगर समय पर परिणाम प्राप्त नहीं करता है तो इसके लिए वह स्वयं जिम्मेवार होगा।
उन्होंने आगे बताया कि इंटरनेट व हैल्पलाईन तथा मोबाईल एप (Mobile App) इत्यादि की सुविधा परीक्षार्थियों को परीक्षाफल तुरंत उपलब्ध करवाने के लिए दी जा रही है, इसमें किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी/त्रुटि के लिए बोर्ड कार्यालय जिम्मेवार नहीं होगा। उन्होंने बताया कि स्वयंपाठी परीक्षार्थियों के साथ-साथ विद्यालयी परीक्षार्थियों का परिणाम अनुक्रमांक के आधार पर लिया जा सकता है। विद्यालयों द्वारा अपने परीक्षार्थियों का परिणाम यूजर आईडी व पासवर्ड द्वारा लॉगिन करते हुए डाउनलोड भी किया जा सकता है।
श्री खडग़टा ने बताया कि इन परीक्षा परिणामों के आधार पर जो परीक्षार्थी अपनी उत्तरपुस्तिकाओं की पुन: जाँच अथवा पुनर्मूल्यांकन करवाना चाहते हैं तो वे ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं। पुन: जाँच/पुनर्मूल्यांकन निर्धारित शुल्क सहित परिणाम घोषित होने की तिथि से 20 दिन तक ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं। पुनर्मूल्यांकन हेतु बीपीएल विद्यार्थियों के शुल्क में 200/- रूपये की छूट करते हुए 800/- रूपये रहेगा। उन्होंने बताया कि पुन: जाँच की प्रक्रिया में उत्तरपुस्तिका में दिए गए अंकों का जोड़ या गलती या कोई प्रश्र बिना चैकिंग रह गया है, उसे जाँचा जाता है, जबकि पुनर्मूल्यांकन में सम्पूर्ण उत्तरपुस्तिका के प्रत्येक उत्तर का मूल्यांकन दुबारा किया जाता है।
बोर्ड सचिव ने बताया कि इस परीक्षा के परिणाम के आधार पर आगामी पूरक परीक्षा जुलाई-2018 के लिए स्वयंपाठी (प्राईवेट) छात्रों हेतु ऑनलाईन आवेदन करने के लिए 700/- रू० सामान्य शुल्क के साथ पंजीकरण की अंतिम तिथि 25 मई, 2018 से 13 जून, 2018 निर्धारित की गई है। उन्होंने आगे बताया कि विलम्ब शुल्क 100/- रू० के साथ पंजीकरण तिथि 14 जून, 2018 से 18 जून, 2018 रहेगी। इसी प्रकार 300/- रू० विलम्ब शुल्क सहित पंजीकरण तिथियाँ 19 जून, 2018 से 23 जून, 2018 तथा 1000/- रू० विलम्ब शुल्क सहित पंजीकरण तिथियाँ 24 जून, 2018 से 30 जून, 2018 निर्धारित की गई है।
डॉ. सिंह ने बताया कि शिक्षा बोर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजीटल इंडिया बनाने के सपने को साकार करने जा रहा है। शिक्षा बोर्ड अब परीक्षार्थियों को डिजीटल लॉकर मुहैया करवाएगा। उसी लॉकर पर परीक्षार्थी का रिजल्ट व डीएमसी लोड होगी। इसके फलस्वरूप परीक्षार्थियों के परिणाम घोषित होने उपरांत डीएमसी की हार्ड-कॉपी भी देगा। इसके साथ-साथ 2004 से लेकर अब तक के सभी परीक्षार्थियों की डीएमसी व रिजल्ट डिजीटल लॉकर पर लोड की जाएगी।
उन्होंने बताया कि डिजीटल लॉकर का आधार परीक्षार्थी का आधार कार्ड के साथ-साथ मोबाईल नम्बर होगा। डिजीटल लॉकर के जरिए कोई भी भर्ती एजेंसी या किसी भी तरह की प्रमाण-पत्रों का रिजल्ट की जांच आसानी से कर सकेगी। इस निर्णय के बाद सभी सैनिक बोर्ड व एच.एस.एस.सी. व एच.पी.एस.सी. को कोड जारी कर दिया जाएगा जिससे अभ्यार्थी की सभी मार्कशीट को देखा जा सकेगा। इसी तरह किसी कम्पनी या सरकारी नौकरी के लिए वहीं पर बैठे-बैठे अधिकारी आवेदक वैरिफिकेशन कर सकेंगे। इससे न तो किसी प्रकार का फर्जीवाड़ा होगा और न ही समय की बर्बादी होगी।