चित्तौड़गढ़,
चित्तौड़गढ़ के एक गांव की पंचायत पर रेप के आरोपी को बचाने का आरोप लगा है। पंचायत के सदस्यों पर आरोप है कि उन्होंने एक दलित युवती से रेप के आरोपी को बचाने के लिए पीड़ित के परिवार से समझौता कराने की कोशिश की। पीड़ित युवती मानसिक रूप से कमजोर बताई जा रही है।
आरोप है कि चंदेरिया थाना क्षेत्र के बेजनाकिया गांव की रहने वाली युवती को 38 वर्षीय सीताराम मोटरसाइकिल पर बैठा कर गांव से बाहर ले गया और उसके संग बलात्कार किया। बहुत सुबह जब वो युवती को वापस ला रहा था तो शादी में बैंड बजाने वाले कुछ लोगों को युवती की हालत देखकर शक हुआ। उन्होंने मोटरसाइकिल रुकवा कर शोर मचा दिया। भीड़ इकट्ठा होने के बाद सीताराम ने सबके सामने अपराध कबूल कर लिया।
इसके बाद पंचायत ने जो किया वो और शर्मसार करने वाला था। आरोप है कि पचांयत के सदस्यों ने सीताराम को 51,000 रुपए का जुर्माना भरने के बाद जाने दिया। आरोप के मुताबिक पंचायत के सदस्यों ने पीड़िता के परिवार से मुकदमा दर्ज नहीं कराने के लिए कहा।
बताया जा रहा है कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें पंचायत के सदस्यों को युवती के परिवार को आरोपी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराने के लिए कहते देखा जा सकता है।
इस वीडियो का संज्ञान सामाजिक संस्था ‘ग्रामीण महिला विकास संस्थान’ ने लिया। संस्था ने जब स्थानीय जन प्रतिनिधियों से इस संबंध में बात की तो उन्होंने ऐसी कोई बात होने से इनकार किया। हालांकि जब पीड़ित के परिवार के सदस्यों से बातचीत की गई तो पंचायत के सदस्यों की करतूत सामने आ गई।
पीड़ित युवती के एक रिश्तेदार ने बताया कि इस घटना को लेकर चार गांवों के पंच इकट्ठा हुए और सीताराम पर जुर्माना लगाने के बाद आगे कोई कार्रवाई ना किए जाने की बात की गई।
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने भी इस घटना को वैसी गंभीरता से नहीं लिया जैसे कि लिया जाना चाहिए था। पुलिस ने पीड़ित के घरवालों का ये बयान भी ले लिया कि वो इस मामले में और कोई कार्रवाई नहीं चाहते।
हालांकि बाद में सोशल साइट्स पर इस घटना ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने आरोपी सीताराम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। आरोपी फरार है, उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है।