नई दिल्ली,
क्या आपको अपने फिक्सिड डिपाजिट (FD) पर कम कम ब्जाज मिल रहा है, अगर हां तो आप देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में अकाउंट खुलवा सकते हैं। एसबीआई का दावा है कि सेविंग प्लस (Savings Plus) अकाउंट में आपको अन्य खातों से ज्यादा ब्याज मिलता है। एसबीआई के सेविंग प्लस अकाउंट में जमा 1000 रुपये से ज्यादा की रकम खुद ब खुद फिक्सिड डिपॉजिट (FD) में ट्रांसफर हो जाती है। इसके लिए जरूरी है कि यह रकम 1000 रुपये के मल्टीपल में होनी चाहिए।
मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट से लिंक होता है खाता
एसबीआई सेविंग प्लस अकाउंट में आपके सेविंग अकाउंट को मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट अकाउंट से लिंक किया जाता है। इसमें मिमिमम बैलेंस से ज्यादा वाली रकम को 1000 रुपये के मल्टीपल में एक से पांच साल की टर्म डिपाजिट/ फिक्सिड डिपॉजिट में जमा कर दिया जाता है। आसान भाषा में इसे आप स्वीप-इन फेसिलिटी या फ्लैक्सी फिक्सिड डिपॉजिट कह सकते हैं।
एसबीआई सेविंग प्लस अकाउंट की तरह ही एचडीएफसी बैंक में स्वीप-इन फिक्सिड डिपॉजिट और आईसीआईसीआई बैंक में फ्लेक्सी डिपॉजिट अकाउंट होता है। इन खातों को बैंक के अनुसार अलग-अलग नाम दिया गया है। इनमें न्यूनतम बैलेंस से ज्यादा की रकम को ऑटोमेटिक फिक्सिड डिपॉजिट में ट्रांसफर कर दिया जाता है। अगर इन खातों में बैलेंस निर्धारित न्यूनतम बैलेंस से कम हो जाता है तो इसे मेनटेन करने के लिए एफडी में से रकम ट्रांसफर कर दी जाती है।
एसबीआई फिक्स डिपॉजिट रेट
– 7 दिन से 45 दिन तक—-5.75 प्रतिशत
– 46 दिन से 179 दिन तक—-6.25 प्रतिशत
– 180 दिन से 210 दिन तक—-6.35 प्रतिशत
– 211 दिन से एक साल से कम के लिए—-6.40 प्रतिशत
– एक साल से ज्यादा और दो साल से कम के लिए—-6.40 प्रतिशत
– दो साल से ज्यादा और तीन साल से कम के लिए—-6.6 प्रतिशत
– तीन साल से पांच साल के लिए—-6.7 प्रतिशत
– पांच साल और उससे ज्यादा 10 साल तक के लिए—–6.75 प्रतिशत