करनाल
करनाल रोडवेज डिपो के वर्कशाप प्रबंधक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। आरोप लगाए है यहां से रिटार्यड हुए यार्ड मास्टर प्रेमसिंह ने। लगातार एक ही डिपो में 15 साल से तैनात प्रबंधक की शिकायत प्रेम सिंह ने स्टेट विजिलेंस से लेकर सीएम विन्डो तक में की है।
प्रेम सिंह का आरोप है कि करनाल डिपो में वर्कशाप प्रबंधक के तौर पर 15 साल से कार्यरत इस अधिकारी ने इस दौरान भारी चल-अचल सम्पत्ति इकट्ठी की है। आरोप है कि उक्त अधिकारी डिपो में बैटरियां, गियर बाक्स, स्पेयर पाटर्स व चेसिस सहित अन्य सामान कंडम करार देकर बाजार में बिकवा देता है। साथ ही फर्जी बिल और दस्तावेज तैयार कर कच्चा समान भी डिपो से निकलवा दिया। इतना ही नहीं, प्रेमसिंह का आरोप है कि वर्ष 2013 से लेकर 2014 तक अपने रिश्तेदार को वर्कशॉप का चौकीदार बनाकर उसका वेतन उक्त अधिकारी लेता रहा। जबकि रिश्तेदार यहां से सैंकड़ों किलोमीटर दूर मुम्बई में रहता था। इसके अलावा कई प्रकार के घोटाले डिपो में हो रहे है।
इसको लेकर 11 सितम्बर 2015 को यूनियनों ने संयुक्त रूप से करनाल बस स्टॉप पर बसों का संचालन बंद कर कर्मशाला प्रबंधक के तबादले की मांग की। लेकिन आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रेम सिंह ने बताया कि इस मामले की उसने लोकायुक्त हरियाणा को 10 मार्च को शिकायत की। महानिदेशक परिवहन विभाग को 10 अगस्त को,राज चौकसी ब्यूरो को 8 अगस्त को, सीआईडी व डीआईजी को शिकायत की। इन शिकायतों पर जांच हुई और उसके सभी आरोप सही पाए गए, लेकिन प्रबंधक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रेमसिंह ने अब परिवहन मंत्री से लेकर सीएम विन्डो तक में शिकायत कर चुका है। लेकिन इस अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे साफ है कि ईमानदार सरकार में भी भ्रष्ट अफसरों की जड़े गहरी जम चुकी है।