करनाल,
रविवार शाम घरौंडा में चली तेज आंधी तूफान के झोके ने एक बुजुर्ग महिला की जान ले ली। लेकिन मरने से पहले बुजुर्ग महिला बेजुबान पशुओं को बचाने में कामयाब रही। हादसा इतना अधिक दर्दनाक था कि आसपास के लोेग भी बुजुर्ग के शव को देखकर सहम गए। मामले में प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है।
जानकारी के मुताबिक, घरौंडा के बरसत गांव में बने एक डेरे के पास ही खेतों में किसी ने आग लगाई हुई थी। हवा से खेतों में बने डेरे में पड़ी तुड़ी में आग लग गई। महिला ने आग देखकर वहां बंधे पशुअों को खोलकर बाहर कर दिया। इस दौरान आग ने विकराल रुप धारण कर लिया। बाहर निकलने का रस्ता नहीं मिला तो महिला ने खुद को बचाने के लिए डेरे में बने कमरे में जाकर शरण ले ली । यही कमरा उसकी मौत का कारण बना गया। कमरे की छत गिरने और कमरे में आग लगने से महिला वहीं जिंदा जल गई और उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
हैरानी की बात थी कि घटना शाम 6 बजे की थी अौर सूचना के बाद भी रात 11 बजे तक न फायर ब्रिगेड की गाड़ी, न एंबुलेंस अौर न ही पुलिस मौके पर पहुंची। यदि फायर ब्रिगेड अौर पुलिस समय पर वहां पहुंच जाते तो महिला की जान बच सकती थी।