हिसार

इन्हासमेंट लगाने में हुडा अधिकारियों ने किया भारी घालमेल, धरने के दौरान एसोसिएशन व गणना कमेटी ने किया पर्दाफाश

हिसार,
सेक्टरवासियों पर डाली गई बेतहाशा व नाजायज इन्हासमेंट की दोबारा गणना करवाने की मांग पर हुडा कार्यालय में सेक्टरवासियों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। धरने के दूसरे दिन सेक्टर की रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन व एसोसिएशन द्वारा गठित की गई गणना कमेटी ने इन्हासमेंट मानने में हुडा अधिकारियों के बहुत बड़े घालमेल का पर्दाफाश किया और आरोप लगाया कि अपना घालमेल छिपाने के लिए ही हुडा अधिकारी दोबारा गणना की तिथि निर्धारित नहीं कर रहे हैं।

धरने को संबोधित करते हुए एसोसिएशन प्रधान जितेन्द्र श्योराण ने कहा कि हुडा विभाग इन्हासमेंट के नाम पर उनसे फिरौती वसूल करना चाहता है, जिसका मुंहतोड जवाब दिया जाना जरूरी है। विभाग की कारस्तानी का मुहंतोड़ जवाब तभी दिया जा सकता है, जब ज्यादा से ज्यादा सेक्टरवासी धरने पर पहुंचे और अपना विरोध जताए। उन्होंने विभाग के अधिकारियों की कारस्तानी का पर्दाफाश करते हुए बताया कि हुडा अधिकारियों ने इन्हासमेंट के लिए कुल जमीन 426.20 एकड़ मानी है जबकि कुल जमीन 382.05 एकड़ है।

इसमें से 137.38 एकड़ सरकारी जमीन है जिस पर इन्हासमेंट बनती ही नहीं लेकिन फिर भी अधिकारियों ने पूरी जमीन की इन्हासमेट बना रखी है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन द्वारा गठित की गई गणना कमेटी ने जो गणना की है, उसके अनुसार 47.51 प्रतिशत जमीन पर इन्हासमेंट नहीं बनती। गणना कमेटी की रिर्पोट के अनुसार कॉमन एरिया का पूरा भार सेल एरिया पर पड़ता है। हुडा विभाग ने कॉमन एरिया 246.63 एकड़ माना है जबकि एसोसिएशन की गणना कमेटी के अनुसार यह एरिया 93.02 एकड़ है। इसी तरह हुडा विभाग ने सेल एबल एरिया 179.57 एकड़ माना है जबकि गणना कमेटी के अनुसार सेल एबल एरिया 289.18 एकड़ है।

जितेन्द्र श्योराण ने कहा कि इन्हासमेंट गणना में हुडा ने पूरे नियम कायदे दरकिनार करके सेक्टरवासियों पर वसूली की तलवार लटका रखी है और अपनी नाकामी छिपाने के लिए गणना की तिथि तय नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि जिस तरह गणना के लिए 30 मई तिथि निर्धारित की गई थी उसी तरह सरकारी स्तर पर गणना की तिथि निर्धारित करके एसोसिएशन को अवगत करवाया जाए, अन्यथा सेक्टरवासियों का धरना, प्रदर्शन व आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने दोहराया कि हर रोज के धरने के अलावा आने वाले रविवार को मुख्यमंत्री, हिसार के विधायक व हुडा के मुख्य प्रशासक के पुतलों की शवयात्रा निकालने, उनका विधिपूर्वक सेक्टर 16-17 के शमशान घाट में अंतिम संस्कार करने तथा हुडा कार्यालय में 13 दिनों तक शोकसभा रखने का फैसला भी अटल है। उन्होंने सरकार से अपील की कि वह दोबारा गणना करवाकर हुडा अधिकारियों की कारस्तानी पर कार्रवाई करें तथा सेक्टरवासियों को राहत दें।

इस अवसर पर जितेन्द्र श्योराण के अलावा उप प्रधान कृष्ण संधू, सह सचिव मुलखराज महता, प्रेस सचिव शिशुपाल सैनी, वरिष्ठ अधिवक्ता महेन्द्र सिंह नैन, जगमन सरपंच, एसके भारद्वाज, ए.सी. कथूरिया, नरेश कुमार गर्ग, बारूराम चहल, जयकिशन शर्मा, दीपक मल्होत्रा, आरती सोनी, ओपी चावला, मनविन्द्र सेठी, चन्द्र कटारिया, बलवान श्योराण, आर.पी. गुहानी, गंगाजल, रिछपाल सिंह, डा. कृष्ण झाझडिय़ा, यादवेन्द्र कुहाड़, रामधन ठकराल, नीतू लोहान, मुकेश रानी, ओमपति, पूजा गोयल, रंजना यादव, रमा शर्मा व निर्मला सहित एंटी इन्हासमेंट कमेटी व गणना कमेटी सदस्यों सहित सैंकड़ों सेक्टरवासी मौजूद थे।

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