सोनीपत,
गांव पिपली गांव के लोग सरपंच के खौफ में जीने को मजबूर है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने गांव में पुलिस को तैनात कर दिया है। सरपंच रामनिवास का आतंक लोगों के दिलों में इस कदर है कि उन्होंने घरों से निकलना तक बंद कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच चैलेंज देकर लोगों की हत्याएं कर रहा है। वहीं पुलिस प्रशासन की कई टीमें सरपंच को गिरफ्तार करने के लिए जगह—जगह छापेमारी कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, कुछ ग्रामीणों ने सरपंच रामनिवास से आरटीआई के तहत विकास कार्यों का ब्यौरा मांगा था। ये बात सरपंच को चुभ गई। इसके बाद सरपचं ने आरटीआई मांगने वाले और उनका साथ देने वाले ग्रामीणों को जान से मारने का सकंल्प ले लिया। इसके चलते सरपंच ने सबसे पहले रामअवतार नाम के शख्स को गोली मार दी जो अभी भी मौत से जिंदगी की जंग लड़ रहा है। इसके बाद सरपंच ने आशीष नाम के युवक को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच ने 15 दिनों में दो बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है और जल्द ही गांव में कई अन्य लोगों की हत्या करने की धमकी भी देकर गया है। इसके बाद से गांव में खौफ का माहौल है। सरपंच विरोधी अब घरों से बाहर निकलने से परहेज करने लगे है।
सरपंच रामनिवास का आपराधिक रिकॉर्ड बहुत बड़ा है। सरपंच एक पेशेवर अपराधी है और साल 2008 में पहला जुर्म किया था और उसके बाद हत्या, लूटपाट, मारपीट के 10 मामले दर्ज हुए। इससे पहले भी सरपंच गांव में एक महिला की हत्या और दो लोगों की हत्या के आरोप में जेल जा चुका है।