आदमपुर (अग्रवाल)
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं विधायक कुलदीप बिेश्नोई ने प्रदेश सरकार से एक बार फिर मांग की है कि आदमपुर हलके के अंतर्गत आने वाले बीड़ हिसार की चार पंचायतों के पांचों गांवों पीरावाली, ढंढूर, झिड़ी, डिग्गी ताल, बढवाली बस्ती को लाल डोरे में लाकर यहां के ग्रामीणों को उनका मालिकाना हक दिया जाए। विधायक ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता एवं अंसवेदनशीलता के कारण यहां के हजारों ग्रामीण अपने हक के लिए संघर्ष करने पर मजबूर है।
उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर यहां के ग्रामीणों को उजाडऩे की कुचेष्टा की गई तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। किसी भी सूरत में इन पांचों गांवों को उजडऩे नहीं दिया जाएगा। चाहे उन्हें किसी भी तरह का आंदोलन या संघर्ष क्यों न करना पड़े। वे आदमपुर हलके में विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान लोगों से बातचीत कर रहे थे।
इस दौरान उन्होंने बरवाला हलके के गांव बुगाना तथा उकलाना के गांव खरक पूनिया में भी आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। कुलदीप बिश्नोई ने बताया कि बीड़ क्षेत्र के इन पांचों गांवों के ग्रामीणों को 2015 में भाजपा सरकार ने इनके उन मकानों को अवैध होने के नोटिस थमा दिए थे जिन्हें हरियाणा सरकार ने ही 1955 में बसाया गया था व बीड़ हिसार के नाम से पंचायत का भी गठन किया गया था, जिसमें हरियाणा सरकार व पंचायतों ने मिलकर सभी तरह के विकास कार्य करवाए जैसे 12वीं कक्षा तक स्कूल, आंगनवाड़ी केन्द्र, पशु अस्पताल, पीने के पानी की सप्लाई, बिजली व्यवस्था, गलियां व सड़कें इनमें कुल आबादी 25 हजार के आसपास है। ये सभी गांव पिछले कई वर्षों से आबाद हैं और इन पांचों गांवों में 2 हजार से भी ज्यादा छात्र-छात्राएं स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। इन गांवों में सरकार ने स्वयं कई वर्षों से सरकारी स्कूल, अस्पताल, आंगनवाड़ी, बिजली कनैक्शन जैसी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। अब इन ग्रामीणों को गांव खाली करने के नोटिस थमा देना पूरी तरह से अव्यवहारिक है।
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि उन्होंने इस मामले को लेकर 03 सितंबर 2015 तथा 14 जून 2018 को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से हजारों ग्रामीणों को उजडऩे से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की थी, परंतु मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ढंढूर में आकर कार्यक्रम तो कर जाते हैं, परंतु यहां के ग्रामीणों की समस्याएं तक सुनना जरूरी नहीं समझते। ऐसी असंवेदनशील एवं तानाशाही सरकार से प्रदेश की जनता छुटकारा पाने के लिए व्याकुल है। विधायक ने सरकार सेे पुन: अनुरोध करते हुए मांग की है कि उनके आदमपुर हलके के इन हजारों ग्रामीणों को उजडऩे से बचाने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले में संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द इन पांचों गांवों को लाल डोरे में शािमल करवाएं। इस दौरान रणधीर सिंह पनिहार, बलदेव खोखर, गुलजार काहलो, सुभाष टाक, देवेन्द्र सैनी, सुमेर कुंडू, संदीप पूनिया, अनिल लितानी, कुलदीप पूनिया, सुनील कुंडू आदि उपस्थित थे।