हिसार,
हरियाणा रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने किलोमीटर स्कीम के तहत 720 निजी बसें हायर करने के विरोध में बड़ा संघर्ष करके प्रदेश सरकार को चेता दिया है कि इन बसों को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। रोडवेज विभाग में ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने एक बहुत बड़े संगठन की भूमिका निभा कर किलोमीटर स्कीम के तहत आ रही बसों का विरोध करते हुए एस्मा जैसे काले कानून का विरोध करते हुए सैंकड़ों कर्मचारियों ने कुर्बानियां दी हैं। हरियाणा रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य दलबीर किरमारा व रमेश सैनी ने आज एक संयुक्त बयान जारी करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि रोडवेज में बिना किसी पॉलिसी के बड़े ट्रांस्पोर्टरों के साथ सौदेबाजी करके विभाग को तहस-नहस करने की साजिश को सिरे नहीं चढऩे देंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी प्राइवेट बस किसी भी डिपो में किसी भी समय लाने की कोशिश की गई तो उसी समय रोडवेज का पूरे प्रदेश में चक्का जाम कर दिया जाएगा।
दलबीर किरमारा व रमेश सैनी ने कहा कि रोडवेज के कर्मचारियों ने इस विभाग को दिन रात कड़ी मेहनत करके बुलंदियों पर पहुंचाया है। कर्मचारियों की मेहनत के कारण ही विभाग को हिंदुस्तान की नंबर एक परिवहन सेवा के रूप में जाना जाता है। लेकिन सरकार ने प्राइवेट ट्रांस्पोर्टरों को लाभ पहुंचाने लिए सैंकड़ों कर्मचारियों को जेल भेजने, एस्मा के तहत केस दर्ज करने व निलंबन जैसे कठोर कदमों का सहारा लेकर तानाशाह के रूप में कार्यवाही की है,लेकिन इसके आगे कर्मचारी झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार और भी कठोर कदम उठाएगी तो भी रोडवेज को हरियाणा की जनता, छात्रों, कर्मचारियों, मजदूरों व आम गरीब जनता की पहुंच से बाहर नहीं जाने देंगे और जनता के साथ मिलकर सरकार की गलत नीतियों का विरोध करेंगे।
दलबीर किरमारा व रमेश सैनी ने रोडवेज कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि आज रोडवेज विभाग को बचाने की आवश्यकता है ना कि एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर नीचा दिखाने की। उन्होंने कहा कि जिस भी संगठन से कोई भी गलती हुई है उस गलती को भूला कर एक दूसरे से कंधे से कंधा मिला कर विभाग को बचाने का समय है। विभाग रहेगा तो यूनियन रहेगी। यदि विभाग नहीं रहा तो न तो यूनियन बचेगी और न कर्मचारी बचेंगे। इसलिए रोडवेज की सभी यूनियनें एक मंच पर आकर सरकार द्वारा रोडवेज को लेकर अपनाई जा रही गलत नीतियों का माकूल जवाब देने का काम करें। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के कर्मचारियों की नजर रोडवेज कर्मचारियों पर है। इसलिए छोटी—मोटी गलतियों की ओर ध्यान न देकर पूरे प्रदेश की रोडवेज की सभी यूनियनों की मीटिंग 22 सितंबर को रोहतक में होगी, जिसमें बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी।