फतेहबाद (साहिल रुखाया)
परिवहन मंत्री के साथ रोडवेज कर्मचारियों की वार्ता विफल होने के बाद हरियाणा रोडवेज की हड़ताल लगातार 14 दिनों से जारी है। आज हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी की गुप्त मीटिंग हुई जिस में 2 नवंबर तक हड़ताल को और बढ़ा दिया गया हैं। हरियाणा दिवस के अवसर पर प्रदेश में पहली बार रोडवेज सेवाओं से प्रदेश की अधिकतर जनता वंचित रहेगी।
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महासचिव सरबत सिंह पूनिया ने जानकारी देते हुए बताया कर्मचारी केवल और केवल रोडवेज विभाग को बचाने के लिए हड़ताल पर हैं। सरकार के सामने कर्मचारियों की मांग केवल एक ही है कि 720 प्राइवेट बसों के परमिट का फैसला सरकार वापस ले। हरियाणा रोडवेज के बेड़े में बसों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि हरियाणा की जनता को बेहतर और सुविधाजनक परिवहन सेवा उपलब्ध हो।
यूनियन नेता पूनिया ने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी है और कर्मचारी रोडवेज विभाग को बचाने के लिए किसी भी सूरत में अपनी मांग से पीछे नहीं हट सकते। पूनिया ने कहा कि सरकार के पास अगर रोडवेज को बचाने के लिए फंड की कमी है तो रोडवेज के कर्मचारी अपनी 1 दिन की सैलरी सरकार के खाते में जमा करवा सकते हैं, यहां तक कि कर्मचारी अपने बोनस भी छोड़ सकते हैं लेकिन सरकार पहले अपनी जिद छोड़ कर 720 प्राइवेट बसों के परमिट देने का फैसला वापस ले।
पूनिया ने कहा कि सरकार जब तक इस मांग पर सहमत नहीं होती है तब तक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे और फिलहाल हरियाणा रोडवेज की हड़ताल को अगले 4 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है।