ढोल नगाड़े का शोर करके व धुएं का सहारा लेकर भगाएं टिड्डी दल
डीसी ने जनता से किया सिंगल यूज प्लास्टिक बंद करने का आह्वान, जल संरक्षण बारे भी मांगा सहयोग
फतेहाबाद।
उपायुक्त रवि प्रकाश गुप्ता ने जिलावासियों को सचेत किया है कि वे पड़ोसी राज्य पंजाब व हरियाणा के कुछ क्षेत्रों में आए टिड्डी दल बारे सावधान रहें। उन्होंने कहा कि सजगता बरतकर जिलावासी टिड्डी दल के नुकसान से बच सकते हैं।
उपायुक्त रवि प्रकाश गुप्ता सोमवार को पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन के दौरान पड़ोसी राज्य पंजाब तथा हरियाणा के डबवाली क्षेत्र में टिड्डी दल के पहुंचने के समाचारों बारे ध्यान दिलाए जाने पर उन्होंने कहा कि इससे बचाव व सावधानी जरूरी है। टिड्डी दल देखने पर नगाड़े की आवाज करके इन्हें भगाया जाए। जरूरत पडऩे पर धुएं का इस्तेमाल किया जाए।
उपायुक्त रवि प्रकाश गुप्ता ने लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को बंद करने और जल संरक्षण करने का आह्वान करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करें। नागरिक जल जीवन मिशन के तहत अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए जल संरक्षण पर भी ध्यान दें। उन्होंने कहा कि लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है, ताकि वे पर्यावरण संरक्षण के लिए अपना योगदान दें। उन्होंने बताया कि नागरिकों को जहां सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को न करने बारे जागरूक किया जा रहा है, वहीं नगरपरिषद व नगरपालिका को निर्देश दिए गए है कि वे प्लास्टिक के लिफाफे बेचने वाले थोक विक्रेताओं पर जुर्माना करे।
उपायुक्त ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जिला के सभी गांवों में पेयजल एवं सीवरेज समितियों का गठन किया जाएगा ताकि हर घर को नल से जल उपलब्ध हो। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 तक हर घर में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। जिला प्रशासन ने जिला के हर घर में नल से जल पहुंचाने का प्लान बनाकर कार्य शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन का उद्देश्य ‘हर घर नलÓ से जोडऩा है। उपायुक्त ने जल संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि लोगों को वाटर रिचार्ज करने बारे प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भूगर्भ जल लगातार गिर रहा है, जो चिंता का विषय है। किसानों को कम पानी की खपत वाली फसले बौने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उपायुक्त श्री गुप्ता ने कहा कि बेहतर जल प्रबंधन से जिलावासियों को जल संकट से बचाया जा सकता है। इसके लिए नागरिकों को जागरूक होने की जरूरत है। जल संचयन की व्यवस्था न होने के कारण बारिश का अधिकतर पानी बेकार हो जाता है। भूगर्भ जलस्तर रिचार्ज नहीं हो पाता है। इसके लिए रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम को डेवल्प करने की जरूरत है। घरों और और सरकारी भवनों पर वर्षा जल संचयन की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि आम लोग भी इससे प्रेरित हों तथा इस ओर ध्यान दे सकें। प्रतिदिन लोगों के घरों से निकलने वाले गंदे पानी को नालियों के माध्यम से बहा दिया जाता है और उसका सही ढंग से निकास नहीं हो पता है। इसके लिए जिला में मनरेगा के तहत जीवित तालाबों की गहराई को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा वर्षा का पानी भी संचित हो, इसके लिए नये तालाब विकसित किए जाएंगे। लोगों को ट्यूब्वैल के पानी का कम दोहन करने का आह्वान किया गया है।
पत्रकारवार्ता में महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी राजबाला जांगड़ा ने अपने विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि जिला में 1096 आंगनवाड़ी केंद्र है। आंगनवाड़ी केंद्रों में सभी पोषक तत्वों का वितरण समय पर करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आपकी बेटी हमारी बेटी योजना के तहत जिला में अनुसूचित जाति की 854 व सामान्य वर्ग की 443 लाभार्थियों को वर्ष 2019-20 में लाभ दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत माताओं का पंजीकरण शत प्रतिशत है। जिला में लिंगानुपात में बढ़ोतरी हुई है और यह बढ़कर 922 हो गया है। वन स्टॉप सैंटर बारे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस सैंटर में हिंसा से पीडि़त महिलाओं को कानूनी, मनोवैज्ञानिक सहायता के साथ -साथ उन्हें निशुल्क आश्रय दिया जाता है। अब तक इस सैंटर में कुल 70 मामले आए है, जिनमें से 65 का समझौता हो गया है। 2 मामलों का तलाक के लिए कोर्ट में आवेदन हुआ है और 3 मामले लंबित है, जिन पर जल्द कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों में बिजली व्यवस्था के लिए सौलर सिस्टम लगाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजने बारे जानकारी दी।