आदमपुर (अग्रवाल)
रेलवे विभाग ने यात्रियों की मांग पर आदमपुर के मॉडल रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण के लिए करोड़ों रुपये की सौगात दी है। वर्तमान में करीब 3 करोड़ 55 लाख रुपये की लागत से जहां मुख्य प्लेटफार्म नंबर-1 पर रेजिंग का काम चल रहा है वहीं प्लेटफार्म नंबर-2 का निर्माण भी किया जाना है। इसके अलावा दोनों प्लेटफार्म बन जाने के बाद फुट ओवर ब्रिज (एफ.ओ.बी.)का निर्माण किया जाएगा। वहीं करोड़ों रुपये की मिली सौगात के बाद दूसरा प्लेटफार्म अभी न बनने यहां के निवासियों में निराशा व रोष है।
अधिकारियों का तर्क है कि मुख्य प्लेटफार्म के सामने दूसरे प्लेटफार्म की जगह को मालवाहक के रूप में प्रयोग किया जाता है। जब तक मालवाहक अन्य जगह नही बन जाता तब तक दूसरा प्लेटफार्म नही बन सकता। वहीं यात्रियों का कहना है कि यह मालवाहक साल में 2 महीने प्रयोग होता है बाकि 10 माह यात्रियों के काम आता है। जिस समय मालवाहक के रूप में प्रयोग हो उस समय गाड़ी को प्लेटफार्म नंबर-1 पर लिया जा सकता है। इस तरह अधिकारियों के मौखिक आदेश के बाद रेलवे स्टेशन को मिली करोड़ों रुपये की सौगात अधूरी रह गई है। मंडी आदमपुर व जवाहर नगर की ग्राम पंचायत, व्यापार मंडल, दैनिक यात्री संघ, भारतीय युवा अग्रवाल विकास परिषद, आदर्श क्लब, भारत विकास परिषद, जनसंघर्ष समिति ने रेलवे से शीघ्र ही दूसरा प्लेटफार्म व एफ.ओ.बी. के निर्माण की मांग की है।
स्टेशन ऊंचा होने पर बढ़ी परेशानी
स्टेशन पर रेजिंग कार्य के बाद मुख्य प्लेटफार्म मीडियम लेवल से ऊंचा उठकर हाई लेवल का हो गया है। इसके चलते जहां दूसरा प्लेटफार्म बनाना अति आवश्यक हो गया है वहीं दूसरे प्लेटफार्म बनने के बाद ही फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा सकेगा। आसपास आवारा पशु मंडराने के कारण यह मालवाहक क्षेत्र हादसों का अड्डा बन गया है। आवारा पशुओं ने कई बार यात्रियों को घायल किया वहीं करीब 3 साल पहले 17 अक्तूबर 2015 को आवारा पशु की टक्कर से श्रमिक बलराज की दर्दनाक मौत हो गई थी। शहर की आधी आबादी दूसरी तरफ होने के कारण राहगीरों को आने-जाने के लिए स्टेशन से होकर गुजरना पड़ता है। स्टेशन पर एफ.ओ.बी. न होने के कारण लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर गाडिय़ों के नीचे से निकलना पड़ता है।
क्या कहते है ठेकेदार
इस संबंध में ठेकेदार से बात की गई तो किसान कंस्ट्रैक्शन कंपनी के प्रो.राजकुमार ने बताया कि आदमपुर रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण के लिए करीब 3 करोड़ 55 लाख रुपये का टैंडर हुआ है। जिससे प्लेटफार्म नंबर-1 की रेजिंग और सामने दूसरा नया प्लेटफार्म बनाया जाना है। दूसरा प्लेटफार्म बनने के बाद एफ.ओ.बी. का निर्माण किया जाएगा। लेकिन अधिकारियों के मौखिक आदेश है कि दूसरा प्लेटफार्म अभी न बनाया जाए।
मामले की नही है जानकारी
इस बारे में जब बीकानेर मंडल के सीनियर डी.एन. से बात की गई तो उन्होंने डी.एन. सतीश मीणा से बात करने को कहा। जब सतीश मीणा से बात की गई तो उन्होंने इस तरह की जानकारी न होने की बात कही। इसके बाद जब सिरसा के ए.डी.एन. बलवीर चौधरी से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने बताया कि यह लोडिंग प्लेटफार्म है इसलिए दूसरा प्लेटफार्म अभी नही बनाया जा सकता। रेलवे यहां से लोडिंग प्लेटफार्म को बंद नही करना चाहती। दोनों प्लेटफार्म व एफ.ओ.बी. बनाने का टैंडर हुआ है। मुख्य प्लेटफार्म बनाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अभी रेलवे के पास लोडिंग प्लेटफार्म बनाने के लिए पैसा नही है।