हिसार,
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने सरकार को 45 दिन का समय देते हुए कहा है कि वह इस अवधि के दौरान विभाग में चालकों-परिचालकों, बसों व अन्य स्टाफ की कमी को पूरा करें। तब तक रोडवेज के मौजूदा चालक-परिचालक बिना ओवरटाइम अपनी सेवाएं देने को तैयार है, लेकिन जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए। तालमेल कमेटी ने कहा है कि 45 दिन की अवधि 4 जनवरी को समाप्त हो जाएगी और इस दौरान यदि सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की तो वह खुद व उसके उच्चाधिकारी जिम्मेवार होंगे।
इस संबंध में आज हिसार में हुई कर्मचारी तालमेल कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। बैठक में परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा बिना तैयारी चालकों-परिचालकों का ओवरटाइम शून्य करने के आनन-फानन में किये गये आदेशों से पिछले एक सप्ताह से बसों के रूट छोटे करने पर आम जनता एवं छात्रों को हो रही परेशानी पर गंभीरता से विचार-विमर्श करते हुए सरकार के फैसले की निंदा की गई। बैठक में रोडवेज नेताओं ने कहा कि इस समय रोडवेज में कर्मचारियों की संख्या मात्र 19 हजार 600 ही है और यदि सरकार ओवरटाइम बंद करती है तो 15 से 18 हजार कर्मचारी और भर्ती करने की जरूरत है। ऐसे में सरकार यदि भर्ती करना चाहे तो भी तुरंत प्रभाव से भर्ती नहीं की जा सकती, ऐसे में विभाग के मौजूदा चालक-परिचालक बिना ओवरटाइम ड्यूटी करेंगे।
बैठक में सरकार से मांग की गई कि वह विभाग में स्थाई भर्ती करें ताकि बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़ न हो। तालमेल कमेटी नेताओं ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों का ओवरटाइम समाप्त करने के नाम पर आम जनता व छात्र वर्ग के हितों पर कुठाराघात किया है लेकिन रोडवेज तालमेल कमेटी व कर्मचारियों के लिए विभाग व जनता के हित सर्वोपरि है। ऐसे में यह फैसला लिया गया है कि चाहे विभाग उन्हें ओवरटाइम न दें लेकिन वे सरकार की व्यवस्था होने तक पहले की तरह 8 से 12 या 16 घंटे तक बिना लाभ के ड्यूटी करने को तैयार हैं ताकि जनता को कोई परेशानी न हो।
बैठक में रोडवेज नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा विभाग, कर्मचारियों व जनता के हितों को नजरअंदाज करते हुए अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए महंगी दरों पर 700 निजी बसें किराये पर लिये जाने के फैसले के खिलाफ रोडवेज कर्मचारियों ने पिछले दिनों 18 दिन तक हड़ताल की थी। हड़ताल को कर्मचारियों के अलावा आम जनता ने भी भारी समर्थन दिया था, इसलिए सरकार ने बौखलाहट में ओवरटाइम में कटौती करते जनता के हितों पर छुरी चलाने का काम किया है, जो निंदनीय है। ऐसे में रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए ताजा फैसला लिया है।
बैठक में तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य दलबीर किरमारा, हरिनारायण शर्मा, इन्द्र सिंह बधाना, सरबत सिंह पूनिया, विरेन्द्र सिंह धनखड़, पहल सिंह तंवर, अनूप सहरावत, बाबूलाल यादव, आजाद सिंह गिल, जयभगवान कादियान, राजाराम हुडा, विजय अहलावत, सूरजमल पाबड़ा व रमेश सैनी सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।